लखनऊ, प्रयागराज के एसएसपी रहे आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध ने वही गलती कर दी, जो सिंगर कनिका कपूर ने की थी। आईपीएस सत्यार्थ ने पहले कोरोना पॉजिटिव अपने दोस्त को घर में रखा और उसके संक्रमण की बात छुपाई, फिर खुद भी संक्रमित होते हुए ड्यूटी करते रहे और अपने ड्राइवर एवं गनर को भी संक्रमित कर दिया। आईपीएस सत्यार्थ की वजह से ही उनके 90 वर्षीय बुजुर्ग पिता भी संक्रमण के शिकार हो गए। जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा कोरोना के मामले में इतनी बड़ी गलती और लापरवाही पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने सत्यार्थ का तबादला करते हुए उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया।
सूत्रों के मुताबिक, अनिरुद्ध सत्यार्थ का जेएनयू में सहपाठी रहा विश्व दीपक त्रिपाठी उनसे मिलने 8 जून को प्रयागराज आया था। जांच के बाद 12 जून को आई रिपोर्ट में वह पॉजिटिव निकला। डॉक्टर ने सत्यार्थ को विश्व दीपक त्रिपाठी को अस्पताल में भर्ती कराने को कहा। सत्यार्थ ने अपने मित्र को अस्पताल में भर्ती कराने से मना करते हुए अपने घर में रखा और डॉक्टर को धमकी देते हुए किसी से भी इस बारे में जिक्र न करने को कहा। 12 जून को सत्यार्थ अनिरुद्ध की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के कहा गया, लेकिन उन्होंने भर्ती होने से मना कर दिया और ड्यूटी करते रहे। वरिष्ठ अधिकारियों के दवाब के बाद फिर से उनका सैम्पल लिया गया। दोनों सैम्पल की रिपर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह अस्पताल में भर्ती हुए।
आईपीएस सत्यार्थ की गलती और लापरवाही की वजह से पुलिस फोर्स में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। इस बात की जानकारी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने सख्त रुख अख्तियार करते हुए आईपीएस सत्यार्थ का 15 जून को तबादला करते हुए उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया। 69000 हजार शिक्षकों की भर्ती के मामले में प्रयागराज में आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध ने ही भंडाफोड़ किया है।
आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने वही गलती की जो कनिका ने की थी,अब उन्हें सीएम योगी ने प्रतीक्षा सूची में डाला
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