नई दिल्ली, 9 जून को पटपडग़ंज से लापता कारोबारी गौरव बंसल का शव रणहौला में एक पेड़ से लटका मिला। पुलिस का दावा है कि कारोबारी गौरव बंसल कर्ज में डूबे थे। उनका खुद का मोटा इंश्योरेंस था। लिहाजा उन्हें आइडिया आया कि अपना मर्डर कराया जाए जिससे इंश्योरेंस की रकम परिवार को मिल जाए। कारोबारी ने अपनी मौत की सुपारी सोशल मीडिया पर मिले एक नाबालिग को दे दी। नाबालिग ने अपने तीन साथियों को मर्डर के लिए अपने साथ जोड़ा। प्लान के हिसाब से गौरव बंसल खुद का मर्डर कराने के लिए रणहौला पहुंचे जहां एक शख्स ने उनके हाथ बांधे और फिर चारों ने हत्या करके पेड़ पर लटका दिया। पुलिस के मुताबिक, बंसल ने उनसे सिर्फ 90 हजार रुपये में यह काम करवा लिया था। पकड़े गए आरोपियों के नाम मनोज कुमार यादव (21 साल, सब्जी बेचने का काम), सूरज उर्फ सीपी (18, छात्र), सुमित कुमार (26 साल, टेलर) के रूप में हुई है। सभी आरोपी मोहन गार्डन के रहने वाले हैं।
बंदूक मिली नहीं, बंसल खुद लाया रस्सी
पुलिस का दावा है कि बंसल ने पहले सुसाइड करने का प्लान बनाया था लेकिन वह इसके लिए हिम्मत नहीं जुटा पाए थे। फिर आरोपियों का प्लान था कि वे लोग गोली मारकर बंसल की जान लेंगे, लेकिन हथियार बेचनेवाले ने नाबालिग को पिस्टल देने से ही मना कर दिया। पुलिस की मानें तो फिर बंसल की रस्सी लेकर आया था। बंसल ने कहा था कि ऐसा करके वे (तीनों आरोपी) उसकी और उसके परिवार की मदद ही कर रहे हैं।
दिल्ली में कर्ज में डूबे कारोबारी ने एक करोड़ के बीमे के लिए दे दी जान
