भोपाल, इंदौर के गुटखा तस्करों के तार हवाला ऑपेरटिंग से जुडे पाए गए हैं। जांच में गुटखा तस्करों के कॉल रिकॉर्ड में पाकिस्तान के नंबर भी मिले हैं। गुटखा तस्करों में कुछ सीधे तौर पर हवाला ऑपेरटिंग भी कर रहे थे। ऐसे में जांच एजेंसियां विदेशी कनेक्शन की गहराई से पड़ताल में जुट गई है। गुटखा तस्करों के खिलाफ डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआइ) और डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआइ) की कार्रवाई कल भी जारी रही। केंद्रीय जांच एजेंसियों की टीम ने सोमवार को छह अलग-अलग जगहों पर छापे मारे। कुछ गोदामों के अलावा गुटखा व सिगरेट फैक्ट्रियों की जांच करने भी जांच दल पहुंचे। हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिलने के बाद जल्द ही मामले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर को भी शामिल किया जा सकता है। गुटखा तस्करी में आरोपित बने दो व्यक्ति पाकिस्तानी नागरिक हैं। इनमें से एक संजय माटा पकड़ा गया है, जबकि दूसरा पाकिस्तानी संदीप माटा फरार है। संजय के कॉल रिकॉर्ड में पाकिस्तान के कुछ नंबरों से लगातार बात होने की जानकारी जांच एजेंसियों को मिल चुकी है। फोन और लैपटॉप से हवाला के लेनदेन के भी बड़े पैमाने पर सबूत मिले हैं। अब खंगाला जा रहा है कि पाकिस्तान में रिश्तेदारों से सिर्फ बातचीत के लिए नंबर का इस्तेमाल हो रहा था या हवाला कारोबार और तस्करी के तार जुड़े हैं। आशंका है कि तस्करी से अर्जित काला धन हवाला के जरिए विदेश तक भेजा गया। माटा से लेनदेन के सबूतों के आधार पर जांच टीमों ने इंदौर के नीलेश पंजवानी, उज्जैन के बंडू नामक कारोबारी के यहां भी कार्रवाई की है। इनके ठिकानों से भी सुपारी-गुटखा की मशीनें बरामद हुई हैं। इसी बीच जिन गाड़ियों से लॉकडाउन के दौरान गुटखा तस्करी की गई, वे साजिद पांजा के नाम पर रजिस्टर्ड मिलीं। पांजा इंदौर में ट्रांसपोर्ट का कारोबार कर रहा है। जांच एजेंसियां पूछताछ में जुटी हैं।सेंट्रल एक्साइज के कुछ पूर्व अधिकारियों के नाम भी नायर ने उगले हैं जो अवैध गुुटखा और सिगरेट फैक्ट्रियां चलवाने में गिरोह के सरगना के मददगार की भूमिका निभा रहे थे। रिमांड पर लिए गए आरोपित विजय नायर की निशानदेही पर फैक्ट्रियों के डमी डायरेक्टर बनाकर पीछे से फैक्ट्री चलवाने के करार भी जांच एजेंसियों के हाथ लग चुके हैं। इसी आधार पर डीजीजीआइ गुटखा तस्करी गिरोह के मास्टरमाइंड तक पहुंच गई है।