नई दिल्ली, कोविड19 यानि कोरोना से जूझ रहे भारत के 83 जिलों में 0.73फीसदी आबादी ही कोरोना वायरस से संक्रमित हुई है। सबसे अच्छी बात यह है कि यहां कोविड-19 मरीजों की मृत्यु दर भी दुनिया में सबसे कम है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने सिरो सर्वे के नतीजों की जानकारी दी और कहा कि भारत में प्रति लाख आबादी के हिसाब से कोविड-19 मरीजों की संख्या और मृत्यु की दर दुनिया में सबसे कम है। ध्यान रहे कि यह लॉकडाउन के पांच-साढ़े पांच हफ्ते के बाद 30 अप्रैल तक की स्थिति है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हमारी बड़ी आबादी अब भी खतरे में है, इसलिए संक्रमण तेजी से फैल सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में 1.09 और शहरी झुग्गी बस्तियों में 1.89 गुना ज्यादा खतरा है। ऐसे में हमें इलाज और दवाइयों के इतर बचाव की सारी सावधानियां बरतने पर जोर देना होगा। शहरों के स्लम एरियाज में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। राज्य सरकारों को स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में संक्रमण का स्तर बहुत ज्यादा पाया गया है। डॉ. भार्गव ने सिरो सर्वे के बारे में बताते हुए कहा कि इससे कई महत्वपूर्ण बातों का पता चलता है। उन्होंने कहा, ‘सिरो सर्वे में आम आदमी के एंटीबॉडी की जांच की जाती है। इस जांच के लिए लोगों का ब्लड सैंपल लेकर आईजीजी ऐटीबॉडीज की जांच होती है। अगर कोई व्यक्ति आईजीजी पॉजिटिव है तो इसका मतलब है कि वो सार्स-कोव-2 से संक्रमित हुआ था।’
डॉ. भार्गव ने कहा, ‘इस सर्वे से पता चलता है कि कुल कितना प्रतिशत आबादी वायरस से संक्रमित हो चुकी है? किस-किस व्यक्ति में संक्रमण का ज्यादा खतरा है? कौन-कौन से इलाकों में बचाव के प्रयासों को बढ़ाने की दरकार है?’ उन्होंने कहा सर्वे के लिए देश के 83 जिलों के 28,595 घरों का दौरा किया और 26,400 लोगों के खून के नमूने लिए। सर्वे में पाया गया कि इन जिलों में 0.73 फीसदी लोगों में ही संक्रमण के सबूत मिले। उन्होंने कहा, ‘इसका मतलब है कि लॉकडाउन का सकारात्मक असर हुआ और वायरस के संक्रमण के तेज फैलाव पर रोक लगी।’ उन्होंने कहा कि इसके दो पहलू हैं- एक तो यह कि अब भी बड़ी आबादी पर वायरस के संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन दूसरा पहलू हौसला बढ़ाता है कि सर्वे में जिन 26,400 लोगों को शामिल किया गया, उनमें महज 0.08 फीसदी की ही मृत्यु हुई।
देश के 83 जिलों में 0.73 % आबादी कोरोना के संक्रमण का शिकार, मरीजों की मृत्यु दर भारत में सबसे कम
