नई दिल्ली, स्टेट डिजाॅस्टर मैनेजमेंट अथाॅरिटी (एसडीएमए) की कल (09 जून) को होने वाली बैठक में तबीयत खराब होने की वजह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हिस्सा नहीं लेंगे। बैठक में दिल्ली में कोरोना के स्टेटस पर चर्चा की जाएगी। यह महत्वपूर्ण बैठक समय पर हो सके, इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को इसमें हिस्सा लेने के लिए अधिकृत किया है। कल की बैठक में चर्चा होनी है कि क्या दिल्ली में कोरोना सामुदायिक फैलाव (कम्युनिटी स्प्रीड) की स्थिति में पहुंच गया है?’
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। कोरोना की स्थिति पर चर्चा करने के लिए कल एसडीएमए (स्टेट डिजाॅस्टर मैनेजमेंट अथाॅरिटी) की बैठक होनी है। एसडीएमए की बैठक की अध्यक्षता ओएसडी करते हैं और मुख्यमंत्री एसडीएमए के वाइस चेयर परसन हैं। कल बुलाई गई बैठक में सबसे महत्वपूर्ण चर्चा इस पर मुद्दे पर होनी है कि अभी दिल्ली में कोरोना का स्टेटस क्या है? क्या कोरोना सामुदायिक फैलाव के स्तर पर पहुंच गया है? इस बात पर चर्चा होनी थी कि अगर दिल्ली में कोरोना सामुदायिक फैलाव के स्तर पर पहुंच गया है, तो उससे लड़ने की रणनीति फिर क्या होगी? इसके लिए कल सभी डेटा के साथ कुछ विशेषज्ञ बुलाए गए हैं। उन विशेषज्ञों के साथ चर्चा होनी है। जैसा कि मैंने बताया था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत ठीक नहीं है। उन्हें बुखार है और गले में कफ है। हम इसको काफी गंभीरता से लेकर चल रहे हैं। उनका कल कोरोना की जांच होनी है। इसीलिए मुख्यमंत्री ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। कल से कोई बैठक भी नहीं कर रहे हैं। चूंकि दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं और कल होने जा रही एसडीएमए की बैठक में यदि तय होता है कि यह सामुदायिक फैलाव के स्तर पर पहुंच गया है, तो दिल्ली सरकार की पूरी रणनीति बदल जाएगी। इसलिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने कहा है कि एसडीएमए की बैठक कल ही की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली सरकार की तरफ से मुझे उस बैठक में शामिल होने के लिए अधिकृत किया है। यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि मुख्यमंत्री जी चाहते हैं कि यह बैठक हो और इसमें पूरी तरह से विशेषज्ञों के साथ चर्चा होगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कल की बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी शामिल नहीं हो पाएंगे, लेकिन एसडीएमए की बैठक होगी और उसमें विशेषज्ञों के साथ चर्चा होगी। अगर एसडीएमए की बैठक में विशेषज्ञों की राय से यह तय होता है कि दिल्ली में सामुदायिक फैलाव हुआ है, तब दिल्ली में कोरोना से लड़ने की पूरी रणनीति बदलनी होगी और उस पर चर्चा की जाएगी।