भोपाल,अरब सागर में बने “निसर्ग” तूफान के कारण मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। बुधवार-गुरुवार को अधिकांश स्थानों पर तेज हवा के साथ भारी वर्षा की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है। उधर सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात सतना में 49.3, मंडला में 40, टीकमगढ़ में 27, सिवनी 15.2, इंदौर में 8.4, रतलाम में 8, बैतूल में 7.2, खंडवा में 5, धार 4.8, खजुराहो में 3.8, ग्वालियर 3.6, जबलपुर में 3 मिमी. बारिश हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि अरब सागर में बना “निसर्ग” तूफान उत्तर दिशा की तरफ बढ़ रहा है। बुधवार को इस तूफान के महाराष्ट्र के अलीबाग में टकराने की संभावना है। इसका प्रभाव सोमवार रात से ही मप्र में दिखने लगा है। मंगलवार को बादल छाए रहे। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कई स्थानों पर बारिश भी हुई। बुधवार-गुरुवार को तूफान के असर से भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में बारिश का दौर शुरू हो सकता है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। गौरतलब है कि प्रदेश में इस वर्ष मानसून पूर्व (1 मार्च से अभी तक) की बारिश में प्रदेश के सभी जिले तरबतर हो चुके हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने तय समय 1 जून को केरल में दस्तक दे चुका है। मौसम विज्ञानियों में 22 जून के आसपास प्रदेश में मानसून के दस्तक देने की संभावना जताई है। बैतूल और हरदा में मंगलवार सुबह तेज बारिश तो होशंगाबाद में बूंदाबांदी हुई। बैतूल में 7.2 मिली बारिश दर्ज की गई है। हरदा में बारिश से खरीदी केंद्रों में खुले में रखा सैकड़ों मीट्रिक टन चना भीग गया। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि बारिश से अनाज को नुकसान नहीं हुआ है। बैतूल- मंगलवार अल सुबह जिला मुख्यालय समेत बैतूलबाजार, सोहागपुर, घोड़ाडोंगरी आदि क्षेत्र में तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। भू-अभिलेख कार्यालय के मुताबिक सुबह 7.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। हरदा में सोमवार-मंगलवार की रात करीब 2 घंटे तक हवा चलने के साथ बारिश हुई, जिससे खरीदी केंद्रों में खुले में रखा सैकड़ों मीट्रिक टन चना भीग गया। जिसे मंगलवार को मजदूरों द्वारा ट्रक में लोड किया गया। मौसम विज्ञान के पूर्वानुमान अनुसार बारिश की संभावना जताई गई थी। इसके बाद भी परिवहन में तेजी नहीं लाई गई। जिले में 15 केंद्रों पर चने की खरीदी की जा रही है। जिले के खरीदी केंद्रों पर 1382 मीट्रिक टन गेहूं और 2953 मीट्रिक टन चना पड़ा है। जिले में सोमवार शाम तक 1382 मीट्रिक टन गेहूं की परिवहन नहीं हुआ, जो केंद्रों पर खुले में पड़ा रहा। उधर अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि सोमवार रात को जिले में 5.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त अखिलेश चौहान का दावा है कि बारिश से एक भी खरीदी केंद्रों में गेहूं नहीं भीगा है। जिले में खरीदी केंद्रों पर 200-300 क्विंटल गेहूं बचा था, जिसे तिरपाल से ढंक कर रखा गया है। वहीं स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के सहायक प्रबंधक रत्नेश पोरवाल का कहना है कि खरीदी केंद्रों पर अब तक खरीदे गए चना को बारिश से नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। चना खरीदी के लिए केंद्र मंडी एवं वेयरहाउस में बनाए गए हैं। इस कारण बारिश से भीगने की संभावना कम है। नुकसान नहीं हुआ है। सरदारपुर में पांच इंच, सुसारी और देशवालिया में घरों में घुसा पानी, केले, पपीते व मूंगफली की फसल को नुकसान मालवा-निमाड़ अंचल में कई स्थानों पर सोमवार रात और मंगलवार तड़के बारिश हुई। कुछ जगह गेहूं भीग गया। धार के सरदारपुर में 24 घंटे में करीब 5 इंच बारिश दर्ज की गई है। सुसारी स्थित नाले में बाढ़ आने से कुछ घरों में पानी घुस गया। गांव देशवालिया में भी घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हुए। कुक्षी में 300 एकड़ में केले, पपीते व मूंगफली की फसल को नुकसान हुआ है। कुक्षी में ढाई, मनावर में 2 और गंधवानी में डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि धार जिला मुख्यालय पर 5 मिमी बारिश हुई। जिले में 1 इंच से अधिक बारिश हो गई है। कसरावद में 11 मिमी, सेगांव 9 और गोगावां व महेश्वर में 6 मिमी बारिश दर्ज की गई। बड़वानी के पाटी विकासखंड में 27 मिमी तो बड़वानी 18 व चाचरिया क्षेत्र में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई। अंजड़ मंडी में व्यापारियों की मक्का भीग गई। झाबुआ जिले में सोमवार रात तक रिमझिम बारिश चलती रही। खरगोन के बिस्टान और झिरन्या क्षेत्र में आंधी से 30 बिजली के खंभे टूट गए। इससे 10 से अधिक गांवों में सप्लाइ प्रभावित हुई। बारिश से सेगांव मंडी में रखा 500 क्विंटल गेहूं भीग गया, वहीं आसपास के क्षेत्र में नदी-नालों में भी पानी आ गया। जिले में 24 घंटे में 4 मिमी औसत बारिश हुई।