नई दिल्ली, एक तरफ एक जून से देश को अनलॉक करने की तैयारी है, वहीं देश में कोरोना वायरस की रफ्तार भयभीत कर रही है। मई के आखिरी 10 दिन में जिस तरह से नए केस बढ़े हैं, उससे चिंता दोगुनी हो गई है। कोविड-19 से हालात कितने खराब हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाइए कि पिछले तीन दिन में 25 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। शनिवार को भारत में पहली बार एक दिन में 8,000 से ज्यादा कोरोना के नए मामले आए। पिछले 10 दिन में 7 दिन नए मामलों की संख्या ने रिकॉर्ड तोड़े हैं। भारत में 5,000 से ज्यादा कोरोना वायरस मरीजों की मौत हो चुकी है। देशभर में शनिवार को 200 कोरोना मरीजों की मौत हुई। इससे पहले शुक्रवार को 270 मरीजों की मौत हुई थी जो अबतक का रिकॉर्ड है। भारत ने शनिवार रात तक 1,76,823 मामले थे। शनिवार को देशभर से कुल 8,026 ताजा मामले आए। इनमें से 2,940 महाराष्ट्र से थे। यहां पर एक दिन में मामलों की संख्या में यह दूसरा सबसे बड़ा उछाल है। शनिवार को कम से कम चार राज्यों ने डेली केसेज का रिकॉर्ड तोड़ा। दिल्ली से रेकॉर्ड 1,163 केस मिले जबकि तमिलनाडु से 938, ओडिशा से 120 और झारखंड से 71। यह सब इन राज्यों में एक दिन के भीतर मामलों की रेकॉर्ड संख्या है।
महाराष्ट्र, गुजरात के हाल बेहाल
मुंबई देश का सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट बना हुआ है। यहां शनिवार को 54 लोगों की मौत हुई जो एक दिन का रिकॉर्ड है। इस महानगर में कोरोना से अबतक 1,227 लोग जान गंवा चुके हैं। शनिवार रात तक महाराष्ट्र से 65,168 मामले हो चुके थे। राज्य में 34 हजार से ज्यादा ऐक्टिव केस हैं। वहीं, गुजरात में शनिवार को 412 नए केसेज मिले और 27 मरीजों की मौत हुई। वह महाराष्ट्र के बाद देश का दूसरा राज्य बन गया है जहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 1,000 का आंकड़ा पार कर चुकी है। गुजरात का फैटलिटी रेट (6.2 फीसदी) बेहद टेंशन दे रहा है। पिछले 24 घंटों में अहमदाबाद में हर घंटे एक मरीज की मौत हुई। वह 16 हजार केसेज का आंकड़ा पार करने वाला देश का चौथा राज्य है।
रिकवरी के आंकड़ों से जग रही उम्मीद
देश में कोरोना के मामले बढऩा बेहद चिंताजनक है। हालांकि भारत के लिए एक सिल्वर लाइनिंग ये है कि उसका रिकवरी रेट बहुत अच्छा है। 1.76 लाख केसेज में 86,660 मरीज रिकवर हो चुके हैं। शनिवार को 4,300 से ज्?यादा मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।