बालाघाट, शासकीय अस्पतालों में किस तरह की अराजकता और अमानवीयता का आलम है, इसका एक मामला सामने आया है। जिसमें जहर खाने के बाद एक युवक का भर्ती कराया गया था, इसी के चलते युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई थी, मरने वाला का नाम प्रकाश राव तीस साल बताया गया है। जानकारी के अनुसार अस्पताल में कर्मचारियों ने जहां मरने वाले के शव को इस भय से हाथ नहीं लगाया कि कही वह युवक कोरोना संक्रमित तो नही है, इस बीच कई घंटे शव को जमीन पर रखा गया था, मृतक के परिजनों इस बाबत कई बार अस्पताल के स्टाफ से शव को पीएम घर तक के लिये स्ट्रेचर की मांग कर रहे थे। लेकिन उन्हें स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया। जिसके बाद परिजनों ने चादर मे शव को लपेटकर पीएम हाऊस तक ले गये। जहां शव का पोस् टमार्टम कराया गया। इससे यह बात साफ हो जाती है जिला अ स्पताल में किस तरह की अराजकता है और यहां पर जैसे मानवता पूरी तरह खत्म हो गई। हालांकि सीएमएचओ मनोज पांडे ने इस मामले में कहा है ऐसा नहीं होना चाहिये और अस्पताल कर्मचारियों को स्ट्रेचर उपलब्ध कराना था। वहीं इस मामले में अभी तक किसी की भी जवाबदारी तय नहीं की गई है।