छतरपुर, तापमान 46 के करीब पहुंच चुका है। बढ़ते हुए तापमान के कारण धरती के भीतर मौजूद पानी सूखने लगा है। छतरपुर शहर के अनेक हिस्सों में शासकीय हैण्डपंप और निजी बोर दम तोड़ चुके हैं। अब कोरोना संकट के बीच लोगों को घरों से बाहर निकलकर पानी ढोने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। अमृत परियोजना का आधा अधूरा काम और कई टंकियों से सप्लाई चालू न होने के कारण छतरपुर नगर पालिका द्वारा दिखाया जा रहा जल सप्लाई का सपना भी फीका पड़ रहा है। शहर के 30 फीसदी हिस्से में पानी की समस्या शुरू हो गई है। खासतौर पर भीड़भाड़ वाली पुरानी बस्तियों में जल संकट गहराने लगा है। चौक बाजार क्षेत्र से मनिहारी मोहल्ला, बसारी गेट, खटक्याना, संकट मोचन पहाड़ी के हिस्से में पानी की समस्या शुरू हो गई है। यहां कुछ हिस्से में नगर पालिका द्वारा पानी की सप्लाई की जा रही है लेकिन बसारी गेट इलाके में नगर पालिका की लापरवाही से जल सप्लाई अवरूद्ध पड़ी है। इसी तरह विश्वनाथ कॉलोनी में भी नगर पालिका की लाइन होने के बाद भी जल सप्लाई नहीं मिल पा रही है। सीताराम कॉलोनी और पन्ना नाके में भी कई हिस्से जल संकट से जूझने लगे हैं।