नई दिल्ली,भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने निर्वाचन के चार महीने बाद पदाधिकारियों की नई टीम गठित करने की तैयारी पूरी कर ली है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस महीने के आखिर या जून महीने की शुरुआत में नई टीम की घोषणा की जा सकती है, जिसमें नए चेहरों को संगठन में शामिल करने की पूरी संभावना है। फिलहाल नड्डा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ सभी नामों पर विचार विमर्श कर रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष टीम में अनुभवी नेताओं के साथ कुछ नए चेहरों को भी मौका दे सकते हैं। सूत्रों ने कहा, कई वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारियों में बदलाव करने की भी संभावना है। लेकिन बिहार और पश्चिम बंगाल में चुनावी तैयारियों के चलते भूपेंद्र यादव और कैलाश विजयवर्गीय को इन राज्यों के प्रभारियों के तौर पर बरकरार रखा जा सकता है।
चुनाव वाले राज्यों पर नजर
पार्टी संगठन में बदलाव को ध्यान में रखते हुए नड्डा की नजरें आगामी सालों में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में होने वाले चुनावों पर भी है। सूत्रों का कहना है कि नड्डा इन राज्यों में नए चेहरों को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका दे सकते हैं। साथ ही इन राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को भी नई टीम में कुछ स्थान मिलने की संभावना है। इससे इतर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली के कुछ पूर्व नेताओं को भी राष्ट्रीय संगठन में मौका दिया जा सकता है।
पद पर बने रहेंगे रमन-वसुंधरा
पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की टीम में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह व राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने पदों पर बरकरार रहेंगे। हालांकि सूत्रों ने दोनों को नड्डा की टीम में नई भूमिका मिलने की बात कही है। सूत्रों ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पार्टी के सर्वोच्च निर्णायक विंग यानी संसदीय बोर्ड में शामिल किया जा सकता है। उनके अलावा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व कई अन्य राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी संसदीय बोर्ड में मौका मिल सकता है।