नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज मामले की जांच में नया मोड़ आया है। करीब-करीब सभी विदेशियों ने पूछताछ में तब्लीगी मरकज में हुए धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने की बात से इनकार किया है। काफी विदेशियों ने पूछताछ में सहयोग भी नहीं किया। भाषा को लेकर भी पूछताछ में परेशानी हुई। दिल्ली पुलिस ने करीब-करीब सभी 850 विदेशी जमातियों से पूछताछ कर ली है। विदेशी जमातियों के इस बयान के बाद दिल्ली पुलिस व गृह मंत्रालय सकते में आ गए हैं। ऐसे में विदेशियों को लेकर अपराध शाखा की जांच मरकज से जुटाए सुबूत व कोरोना से पीडि़त विदेशियों की रिपोर्ट पर टिक गई है। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ विदेशियों से अपराध शाखा के कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की गई, जबकि ज्यादातर से कोविड सेंटरों में जाकर मंगलवार को पूछताछ की गई। मंगलवार को सभी विदेशियों से पूछताछ पूरी हो गई। ज्यादातर विदेशी जमातियों का कहना है कि वह टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। दिल्ली में घूमने के दौरान वह धार्मिक जलसा देखने चले गए। इसी तरह वह कई मस्जिदों में गए। विदेशियों का कहना है कि वह जमात के लिए भारत नहीं आए। अपराध शाखा की द्वारका टीम को विदेशी जमातियों से पूछताछ में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ विदेशियों को न तो हिंदी और न ही अंग्रेजी आती है। ऐसे में पुलिस को पूछताछ के लिए दुभाषिए का सहारा लेना पड़ा।