चंडीगढ़,हरियाणा के बहुचर्चित शराब घोटाला मे हरियाणा पुलिस को भूपेंद्र की जान का खतरा सता रहा है। यही कारण है कि इस घोटाले के मुख्य आरोपी भूपेंद्र को जेल शिफ्ट करने के बाद अब उसको दिए जाने वाले खाने को चेक किया जा रहे हैं। जिस समय भूपेंद्र अस्पताल में एडमिट था उस समय उसे जो खाना दिया गया वह पहले वहां मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने चेक किया। इस बीच, प्रदेश के बहुचर्चित शराब घोटाले में सरकार की तरफ से गठित एसईटी की जांच पर कोई आंच नहीं आएगी। एसईटी की टर्म एंड कंडीशन में सब कुछ साफ कर दिया गया है। इस मामले में अभी तक एसईटी ने आरेापी भूपेंद्र से भी कोई पूछताछ नहीं की है। मतलब साफ है कि एसईटी शराब घोटाले में स्टाक वेरीफिकेशन और अनियमितताओं की रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी। उसके बाद सरकार यह तय करेगी कि इस मामले में चूक किस स्तर पर हुई है। ऐसे में गृह मंत्री अनिल विज पहले ही यह कह चुके हैं कि उन्हें एसईटी की जांच पर भरोसा है। यह भी संभावना जताई गई है कि जिलों में मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय टीम पहले ही स्टाक वेरीफाई करने के लिए गठित कर दी है। यह टीम अपनी रिपोर्ट पहले ही दे चुकी है। अब इस रिपोर्ट का मिलान भी एसईटी करेगी। जिसके बारे में अपनी रिपोर्ट में सरकार को तथ्यात्मक जानकारी दी जाएगी। उधर,आरोपी भूपेंद्र इस मामले में कई अहम खुलासे तो कर चुका है, लेकिन भूपेंद्र की गिरफ्तारी के बाद से कोई बड़ी गिरफ्तारी नहीं हुई है। जबकि गृह मंत्री अनिल विज को इस मामले में एसईटी की जांच पूरी होने का इंतजार हे। जांच पूरी होने तक विज ने इस मामले को लेकर मौन धारण कर लिया है। विज ने इस प्रकरण में यह भी कहा है कि जैसे-जैसे जिलों में घोटाले सामने आ रहे हैं। एसईटी के पास इसकी रिपोर्ट भी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने एसईटी की जांच पर भरोसा जताया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि जिन गोदामों से शराब चोरी हुई है। उन गोदामों के फिजिकल वेरीफिकेशन का काम भी एसईटी करेगी।
एसईटी गोदामों में मौजूद स्टाक की जांच करेगी
एसईटी का यह दायित्व होगा कि वह एल वन और एल 13 गोदामों में मौजूद स्टाक की जांच करेगी। एसईटी यह देखेगी कि गोदाम में मौजूद स्टाक और रजिस्टर में की गई एंट्री में कोई भिन्नता है या नहीं। इसका मिलान उस तिथि से किया जाएगा जब से हरियाणा में शराब की बिक्री लॉकडाउन के दौरान प्रतिबंधित हुई है। एसईटी यह भी जांच करेगी कि दो साल में सील किए गए शराब गोदामों और वेयरहाउसों में स्टाक की क्या स्थिति है।
इसे दूसरे शब्दों में कहा जाए तो इसका मतलब साफ है कि एसईटी यह देखेगी कि सील किए जाने के दौरान इन गोदामों में शराब की जो गणना की गई थी वह अब मौजूद है कि नहीं। एसईटी विभिन्न जिलों में दर्ज एफआईआर का अध्ययन कर यह भी देखेगी कि एल वन और एल 13 गोदामों के अलावा पुलिस के मालखानों से कितनी शराब गायब हुई है। यह भी देखेगी कि वर्तमान वित्त वर्ष में अवैध शराब की बिक्री,स्टाक और लाने ले जाने पर आबकारी विभाग ने क्या कार्रवाई की।
तेल देखो तेल की धार देखो
अभी इस मामले में मैं कुछ नहीं बोल रहा हूं। मैं नहीं चाहता कि मेरे बोलने से जांच प्रभावित हो। एसईटी की रिपोर्ट आने के बाद देखेंगे कि अफसरों ने क्या किया। अभी तेल देखो और तेल की धार देखो।
अनिल विज,गृह मंत्री,हरियाणा
हरियाणा पुलिस को शराब घोटाले में अब भूपेंद्र की जान का खतरा दिखाई दे रहा, किंगपिन से पूछताछ सिर्फ पुलिस करेगी
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