गुड्डू अब भाजपा के गले की हड्डी बनी, सिंधिया और सिलावट पर गुस्सा जाहिर करते ही भाजपा ने जारी किया नोटिस

भोपाल, मध्यप्रदेश में विधासभा सीटों के उपचुनाव की बिसात बिछने लगी है,विधासनसभा चुनाव के पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू अपनी पार्टी के खिलाफ बगावती सुर अलापने लगे हैं। हाल ही में भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे तुलसी सिलावट के खिलाफ गुड्डू ने बगावत शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस बार सिंधिया और सिलावट को हराना है। इसके साथ ही गुड्डू ने इंदौर जिले की सबसे प्रतिष्ठापूर्ण मानी जाने वाली सांवेर विधानसभा सीट से सिलावट को चुनौती देने का ऐलान कर दिया है। उधर, पूर्व विधायक राजेश सोनकर ने इसे लेकर कहा कि संगठन द्वारा गुड्डू को पार्टी विरोधी बयानबाजी को लेकर नोटिस जारी कर ७ दिन में जवाब मांगा गया है।
मीडिया से चर्चा में गुड्डू ने दोनों ही नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि तुलसी सिलावट को सांवेर उपचुनाव में हराना है। उन्होंने सिंधिया परिवार पर भी जमकर निशाना साधा। गुड्डू ने आरोप लगाया कि किसानों के मुद्दों पर लगातार सरकारों को चिट्ठियां लिखने वाले सिंधिया आज किसानों से बात करने को तैयार नहीं हैं ना ही सिलावट किसानों की सुध ले रहे हैं। सांवेर के किसान ही समर्थन मूल्य से कम कीमतों पर 1400 से 1500 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं बेचने पर मजबूर हैं, जो सब्जियां लगाई थी, वह मंडियां बंद होने के कारण खेत में ही खराब हो गईं।
गुड्डू ने कहा- संकट के इस समय में बड़े-बड़े दावा करने वाले सिंधिया और सिलावट किसानों और सांवेर के मतदाताओं को धोखा देकर घरों में दुबके हुए हैं। गुड्डू ने सिंधिया परिवार पर सीधे हमला बोलते हुए कहा – स्वतंत्रता संग्राम में महारानी लक्ष्मीबाई को हराने में इन्हीं का योगदान था। इनकी दादी ने कांग्रेस की सरकार गिराई थी। इनके पिता ने कांग्रेस को धोखा देकर अलग से चुनाव लड़ा था। सिंधिया परिवार अपने हितों को साधने के लिए लगातार कांग्रेस को धोखा देता रहा है। उन्होंने कहा कि सिंधिया और सिलावट को सांवेर की जनता कभी माफ नहीं करेगी। सांवेर की जनता इन्हें सबक सिखाएगी। तुलसी सिलावट की हार यानी कि ज्योतिरादित्य की हार। मैं पार्षद, सांसद, विधायक सबकुछ रह चुका हूं। मेरी कोई दावेदारी नहीं है। मैं तो इस इस कार्य में लगा हूं कि इन सामंतियों को किस प्रकार से रोका जाए। गुड्डू की इस बयानबाजी को लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वे जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।

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