नई दिल्ली, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया में अपने खराब स्वास्थ्य को लेकर जारी अटकलों पर विराम लगाकर कहा कि वे पूर्ण स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि मुझे कोई बीमारी नहीं है। मैं सुबह से लेकर देर रात तक अपने काम में व्यस्त रहता हूं। उन्होंने कहा कि मेरी मौत की दुआ मांगने वाले लोगों का भी धन्यवाद है। पिछले कई दिनों से कुछ मित्रों ने सोशल मीडिया के माध्यम से मेरे स्वास्थ्य के बारे में कई मनगढ़ंत अफवाहें फैला दी हैं।इतना ही नहीं कई लोगों ने मेरी मृत्यु के लिए भी ट्वीट कर दुआ मांगी है। देश इस समय कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है और देश के गृहमंत्री के नाते देर रात तक अपने कार्यों में व्यस्त रहने के कारण मैंने इन सब पर ध्यान नहीं दिया। जब यह मेरे संज्ञान में आया,तब मैंने सोचा कि ये सभी लोग अपने काल्पनिक सोच का आनंद लेते रहें, इसलिए मैंने कोई स्पष्टता नहीं की। परंतु मेरे पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं और मेरे शुभचिंतकों ने विगत दो दिनों से काफी चिंता व्यक्त की। उनकी चिंता को मैं नजरअंदाज नहीं कर सकता। इसलिए, मैं आज स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं और मुझे कई बीमारी नहीं है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार ऐसा मानना है कि इस तरह की अफवाह स्वास्थ्य को और मजबूत करती है।मेरे शुभचिंतकों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का मेरा हालचाल पूछने और मेरी चिंता करने के लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं। जिन लोगों ने यह अफवाह फैलाई है उनके प्रति मेरे मन में कोई दुर्भावना या द्वेष नहीं है। आपका भी धन्यवाद।
अफवाह फैलाने के आरोप में 4 लोग गिरफ्तार
पिछले कई दिनों से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की अफवाहें देखने को मिल रही थीं।वहीं अब इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। चारों लोगों को गुजरात से गिरफ्तार किया गया है। मामले में दो को अहमदाबाद से, वहीं दो लोगों को भावनगर से गिरफ्तार किया गया है। मामले पर क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी अजय तोमर ने बताया यह संज्ञान में आया है कि केंद्रीय गृहमंत्री के नाम से एक फर्जी पोस्ट बनाकर उस अलग-अलग ग्रुप में डाला गया। इस मामले में जिन लोगों की भूमिका सामने आई है उनमें अहमदाबाद से फिरोज खान पठान और सरफराज मेमन शामिल है। वहीं भावनगर से सजाद अली और सहजाद हुसैन शामिल हैं।