नई दिल्ली, कोरोना वायरस संक्रमण अब तेजी से कुछ बड़े राज्यों में फैल रहा है। शुक्रवार रात 10 बजे तक इस बीमारी से जो 59 हज़ार 203 मरीज संक्रमित हुए हैं उनमें से 11 राज्यों में ही 55,326 मरीज हैं जिन्हें कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ है। इस प्रकार इन राज्यों में देश के 93.67% कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। यह राज्य हैं महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना। इनमें से महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली में 38,455 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं जो कि देश की कुल संख्या का 65% है। अकेले महाराष्ट्र में 19,063 मरीज अब तक मिले हैं।
ट्रेंड देखने पर पता चलता है कि कोरोना वायरस मुख्यतः औद्योगिक शहरों में तेजी से फैल रहा है। मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई, दिल्ली, जयपुर, इंदौर जैसे महानगरों में शुक्रवार तक कोरोनावायरस संक्रमण के कुल 28,544 मामले सामने आए जो कि देश के कुल मामलों के 48.33 प्रतिशत हैं। मायानगरी मुंबई में ही 11,394 कोरोनावायरस संक्रमित मरीज मिले हैं।
इससे यह साफ पता चलता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण देश के महानगरों में तेजी से फैल रहा है, लेकिन छोटे क्षेत्र इससे बचे हुए हैं। हालांकि बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद, चंडीगढ़ जैसे महानगरों में वायरस का संक्रमण कम है।
वहीं अनेक राज्य ऐसे हैं जिनमें अब नए मरीज मिलने की संख्या दहाई तक पहुंच चुकी है। मध्यप्रदेश जैसे राज्य में पिछले 3 दिन के दौरान अधिक पीड़ित नहीं मिले हालांकि संख्या अभी भी ज्यादा है। केरल जैसे राज्यों में संक्रमण के मामले लगभग स्थिर हैं। बिहार जैसे बड़े राज्यों में संक्रमण 1000 के भीतर ही है। किंतु जम्मू-कश्मीर जैसे केंद्र शासित प्रदेशों में लगातार संक्रमित मिलने से संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड जैसे छोटे राज्यों ने कोरोनावायरस पर काबू पाने में बहुत हद तक सफलता पा ली है। असम सहित अनेक पूर्वोत्तर के राज्यों में और हिमाचल प्रदेश जैसे हिमालयी राज्यों में कोरोनावायरस के संक्रमण इतना भयानक नहीं है। जबकि इन राज्यों की जलवायु अपेक्षाकृत शीतल है। कोरोनावायरस के प्रसार की दृष्टि से मई माह खतरनाक साबित हुआ है। इस माह की शुरुआत के 8 दिन के भीतर ही लगभग 24,000 के करीब नए संक्रमित सामने आए हैं। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि भीषण गर्मी और कोरोना के प्रसार में कोई रिश्ता नहीं है। जो लोग यह अनुमान लगा रहे थे कि गर्मी के दिन में इस वायरस का प्रसार कम हो जाएगा वह गलत साबित हुए हैं।