ब्रिटेन और अमेरिका में फंसे भारतीयों को लेने कल रवाना होंगी एयर इंडिया की दो उड़ानें

नई दिल्ली, दूसरे देशों में फंसे हजारों भारतीयों को वापस लाने के लिए गुरुवार से शुरु किए जाने वाले महाअभियान वंदे भारत के तहत अमेरिका और ब्रिटेन भेजी जाने वाली उड़ानों को एक दिन के लिए टाल दिया गया है। जिन एयरपोर्ट पर इन यात्रियों को लेकर फ्लाइट पहुंचने वाली थी, वहां देर रात तक सुरक्षा प्रबंध किए जाते रहे, लेकिन कुछ पायलटों व क्रू मेंबर की कोरोना जांच रिपोर्ट न मिलने से अमेरिका और ब्रिटेन की उड़ान एक-एक दिन के लिए टालने का निर्णय लिया गया है।
एयर इंडिया सूत्रों के अनुसार ये उड़ानें अब शुक्रवार को संचालित होंगी। संबंधित देशों की शर्त के मुताबिक क्रू मेंबर की कोराना रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी है। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों से तालमेल स्थापित करने के लिए अधिकारियों की सूची जारी कर दी है। हर राज्य के लिए एक अधिकारी नामित किया गया है जो उस राज्य के निवासी को विदेश से निकालने में मदद करेगा। उल्लेखनीय है केंद्र सरकार ने बुधवार को विदेशों में फंसे लोगों को लाने के लिए वंदे भारत मिशन की घोषणा की थी। पहले चरण में 13 देशों से करीब 14800 को लाने की तैयारी है। एयर लाइंस के अलावा नौसेना के जहाजों से लोगों को लाया जाएगा। हर देश से लौटने का किराया निर्धारित कर दिया गया है।
नौसेना के दो जहाज मालदीव और दुबई के लिए कल ही रवाना हो गए थे। एयर इंडिया के कई विमान सात मई को रवाना होने थे। एयर इंडिया के कुछ पायलटों व क्रू मेंबर की कोरोना जांच रिपोर्ट अटक जाने से लंदन-मुंबई और दिल्ली-सैनफ्रांसिस्को की फ्लाइट एक-एक दिन के लिए टाल दी गईं। अब शुक्रवार को क्रमश: सुबह साढ़े बजे लंदन और तड़के साढ़े तीन बजे सैनफ्रांसिस्को के लिए विमान रवाना होगा।
सात मई को एयर इंडिया की पहली उड़ान रात 11.15 पर सिंगापुर जाएगी। वहीं एयर इंडिया की सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान अबूधावी से 175 यात्रियों को लेकर गुरुवार रात कोच्चि पहुंचेगा। यात्रियों की संख्या ज्यादा होने के कारण एयर इंडिया ने अधिक यात्री क्षमता वाले विमान लगाए हैं। बुधवार को क्रू मेंबर को पीपीई के इस्तेमाल व अन्य सुरक्षा उपायों का अभ्यास कराया गया। इसके साथ इस काम में लगाए गए पायलट और केबिन क्रू को हिदायत दी गई है कि वापसी पर उन्हें तब तक होटल में ही रहना होगा, जब तक उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ जाती है।
अब भी बहुत से भारतीय चीन में फंसे हुए हैं। अब बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने चीन में फंसे भारतीयों से स्वदेश वापसी के लिए दूतावास से संपर्क करने को कहा है। उन्हें यह स्पष्ट कर दिया गया है कि वरीयता उन्हीं को मिलेगी जो ज्यादा परेशानी में हैं। बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं व छात्रों को पहले मौका दिया जाएगा। भारतीय दूतावास की वेबसाइट में जारी सूचना में कहा गया है कि स्वदेश वापसी के पहले चरण में चीन से भारतीयों को निकालने की योजना नहीं है। अगले चरणों में चीन से भी फंसे लोगों को निकाला जाएगा। स्वदेश लौटने वालों को निर्धारित किराए का भुगतान करना होगा। उन्हें दूतावास की मेल आइडी पर अपना पूरा विवरण देते हुए पंजीकरण कराना होगा। स्वदेश लौटने पर उन्हें 14 दिन क्वारेंटाइन में रहना होगा। इसका खर्च भी उन्हें उठाना होगा। इसके बाद जांच रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही उन्हें घर जाने दिया जाएगा।

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