शिकारियों ने फॉरेस्ट गार्ड की गोली मारकर हत्या की

ग्वालियर/भोपाल,ग्वालियर जिले के सनकुआ उत्तर बीट में शिकारियों ने एक फॉरेस्ट गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी।लकड़ी तस्करों के होने की सूचना मिलने पर गार्ड अपने दो चौकीदारों के साथ जंगल में सर्चिंग के लिए गया था, लेकिन उसके पास कोई हथियार नहीं था। शिकारियों ने उसे गोली मार दी। वन अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
ग्वालियर के सनकुआ उत्तर बीट के जंगल में सुबह अवैध लकड़ी कटाई की खबर वन विभाग को मिली थी। खबर मिलते ही कराई वन चौकी पर तैनात फॉरेस्ट गार्ड दीपू राणा दो चौकीदारों को साथ लेकर सर्चिंग पर निकल पड़ा। उन्हें सनकुआ के जंगल में कुछ लोग लकड़ी काटते नजर आए। फॉरेस्ट गार्ड और चौकीदारों को देखकर लकड़ी काटने वाले भाग निकले। इसके बाद फॉरेस्ट गार्ड दीपू राणा और चौकीदार वापस वन चौकी की तरफ लौट रहे थे, उसी दौरान जंगल में शिकारियों से उनका सामना हो गया।
शिकारी के हाथ में राइफल थी
वन विभाग की टीम ने जैसे ही पूछताछ शुरू की शिकारी ने वन अमले पर फायर कर दिया। राइफल से निकली गोली सीधी फॉरेस्ट गार्ड दीपू राणा को लगी। वो वहीं बेहोश होकर गिर पड़े। वारदात को अंजाम देने के बाद शिकारी भाग निकला। वहीं घायल पड़े दीपू को दोनों चौकीदार लेकर वन चौकी और फिर वहां से ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल पहुंचे। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने फॉरेस्ट गार्ड दीपू राणा को मृत घोषित कर दिया।
दीपू के 2 मासूम बच्चे हैं
दीपू राणा 4 साल पहले ही फॉरेस्ट में भर्ती हुए थे। उनके दो छोटे बच्चे हैं। वन कर्मचारी संघ ने ड्यूटी के दौरान जान देने वाले दीपू को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। साथ ही वन कर्मचारी संघ ने कहा है कि तस्कर और शिकारियों से लडऩे के लिए वन अमले को आधुनिक हथियारों से लैस किया जाए।
जांच के आदेश
वन विभाग ने गार्ड दीपू के परिवार को 50 हज़ार रुपए की सहायता दी है। साथ इस बात की जांच भी की जा रही है कि आखिर वन अमला बिना हथियार के जंगल मे क्यों और किन परिस्थितियों में निकल था।

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