इंदौर,प्रदेश के इंदौर शहर में अब तक कोरोना वायरस के 77 मरीजों की मौत हो चुकी है, वहीं कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1611 पहुंच गई है। 362 मरीज स्वस्थ होकर लौट चुके हैं। रविवार को 43 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं और एक मौत की पुष्टि हुई हैं। वहीं 12 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। कोरोना वायरस ने शहर को एक बार फिर चकमा दिया। पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों की संख्या में गिरावट के बाद रविवार को फिर इसमें बढ़ोतरी हो गई। 428 सैंपलों में से 10 फीसदी मरीज पॉजिटिव निकले, जबकि बीते दो तीन से दिन इसमें गिरावट देखी जा रही थी। रिपोर्ट में 82 साल के एक पुरूष की मौत की पुष्टि हुई है। पुडुचेरी की रिपोर्ट अटकी रविवार को मिली रिपोर्ट में अहमदाबाद भेजे सैंपलों की रिपोर्ट भी शामिल है। अस्पतालों में लगभग 1172 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। पुडुचेरी भेजे गए 660 सैंपलों की कुछ रिपोर्ट तो सप्ताह के शुरुआती दिनों में आ गई थी, लेकिन उसके बाद वहां से कोई रिपोर्ट नहीं आई है। वहां लगभग 200 सैंपलों की रिपोर्ट अटकी पड़ी है। उधर प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 558 पहुंच गई, इससे अब तक यहां 15 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 288 कोरोना पॉजिटिव मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर लौट चुके हैं। भोपाल में चार दिन पहले कोरोना से संक्रमित एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार पूरे रीति-रिवाज से कर दिया गया था। इसमें अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही रही कि परिजन को यह नहीं बताया कि मृतक कोरोना संदिग्ध था। तय प्रोटोकाल के अनुसार उनका अंतिम संस्कार शव को छुए बिना करना है। परिजन 29 अप्रैल को शव को नहला-धुलाकर पूरे रीति-रिवाज के साथ बड़ा बाग कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया। भोपाल में पांचवी बार इस तरह की लापरवाही सामने आई है। 30 अप्रैल को परिवार के अन्य लोगों के भी सैंपल लिए गए थे। 3 मई को आई जांच रिपोर्ट में मृतक की चाची समेत पांच लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी कबीटपुरा में एक साथ रहते हैं। इन्हें मिलाकर भोपाल में रविवार को 15 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। प्रेस कांप्लेक्स में नेहरू नगर झुग्गी में 26 साल का एक युवक कोरोना से संक्रमित मिला है। वह बस्ती के पास ही सब्जी का ठेला लगाता था। इधर जबलपुर के मेडिकल कालेज परिसर स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कोरोना के मरीज आरके पांडेय, 61 निवासी विजयनगर की रविवार- सोमवार दरम्यानी रात मौत हो गई। इस तरह जिले में कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या 2 हो गई है। आरके पांडेय को 26 अप्रैल को कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था। वे 20 मार्च को फ्लाइट से बेंगलुरु से आए थे। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रखा था। कोरोना रिपोर्ट आने के 5 दिन पूर्व घर में फिसलकर गिर जाने के कारण उनकी कमर की हड्डी टूट गई थी। पत्नी उन्हें लेकर निजी अस्पताल गई थीं। जहां डॉक्टर ने कोरोना जांच की सलाह दी थी। जबकि उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे।