नईदिल्ली, कांग्रेस ने मुकुल वासनिक को मध्यप्रदेश कांग्रेस का नया प्रभारी नियुक्त किया है। क्योंकि हेल्थ कारणों से प्रभारी महासचिव पहले ही इस्तीफा दे चुके थे, बता दें कि दीपक बाबरिया ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद ही पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया का इस्तीफा दे दिया है पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वीकार भी कर लिया है। दीपक बावरिया के स्थान पर मुकुल वासनिक को मध्यप्रदेश का प्रभार सौंपा गया है।
पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक दीपक बाबरिया ने खराब स्वास्थ्य के चलते इस्तीफा दिया है, जिसे सोनिया गांधी ने स्वीकार कर लिया। सोनिया ने पार्टी महासचिव वासनिक को मध्य प्रदेश के प्रभारी की जिम्मेदारी दी है। उनके पास पहले से ही केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी की जिम्मेदारी है, जिसे वह निभाते रहेंगे। वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी बाबरिया के योगदान की सराहना करती है।
कौन हैं मुकुल वासनिक
मुकुल वासनिक महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। मुकुल वासनिक के राजनीतिक जीवन की शुरुआत एनएसयूआई से हुई थी। वासनिक महाराष्ट्र की बुलढाना लोकसभी सीट से 25 साल की उम्र में सांसद बन थे। मुकुल वासनिक ने बुलढाना संसदीय सीट से 1984, 1991 और 1998 में लोकसभा चुनाव जीता था। 2009 में उन्होंने अपनी पारंपरिक सीट बुलढाना को छोड़ दिया और रामटेक से लोकसभा चुनाव जीता। उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें यूपीए सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री बनाया गया था। मुकुल वासनिक कांग्रेस महासचिव हैं और गांधी परिवार के काफी करीबी समझे जाते हैं।
-मप्र की जिम्मेदारी क्यों अहम
मध्यप्रदेश कांग्रेस में भीतरी संकट के चलते कमलनाथ सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफा साथ ही कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई थी। जिसके बाद कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।