लखनऊ , उत्तर प्रदेश में अब तक 657 लोग परीक्षण में कोरोना पाजीटिव पाये गये है। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं को बताया कि 49 लोग पूरी तरह उपचारित होकर घर जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमण से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में अधिकांश ऐसे लोग हैं, जो पहले से किसी ना किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। उन्होंने कहा कि ऐसे वरिठ नागरिक, जिन्हें मधुमेह, हाइपरटेंशन या किडनी की बीमारी है, वे ज्यादा संवेदनशील हैं इसलिए बडे बुजुर्गों को इस संक्रमण से अवश्य बचायें। अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि आकस्मिकता की स्थिति में प्रदेशवासियों को इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। इसके दृष्टिगत सभी राजकीय अस्पतालों एवं आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं यथाशीघ्र शुरू की जाए। आकस्मिक सेवा से जुड़े हुए नर्सिंग, पैरामेडिकल, एन0एस0ए0 एवं एन0सी0सी0 के लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु पूरी सुरक्षा एवं सर्तकता बरती जाये। आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए भी अस्पतालों को पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव व उपचार के सम्बन्ध में स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा विभागों द्वारा मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से जनपद स्तर पर व्यापक रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएं। इसके अन्तर्गत प्रतिदिन अलग-अलग लोगों यथा चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ तथा एन0सी0सी0, एन0एस0एस0 वालण्टियर्स आदि की ट्रेनिंग करायी जाए।