भोपाल, कांग्रेस के धाकड़ नेता हजारीलाल रघुवंशी का 93 साल की आयु में आज निधन हो गया। जानकारी के अनुसार वह भोपाल के नेशनल हॉस्पिटल में एडमिट थे। इसी दौरान उनका निधन हुआ है। पूर्व मंत्री और अनुशासन समिति के अध्यक्ष हजारीलाल रघुवंशी कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता माने जाते थे। वे पांच बार विधायक, सालों तक मंत्री और विधानसभा उपाध्यक्ष रहे हैं। हजारीलाल दादा होशंगाबाद के बनापुरा के रहवासी थे। कांग्रेस के ये दिग्गज नेता रघुवंशी अपने खास अंदाज के लिए पहचाने जाते थे। चुनाव के दौरान भी उनका अंदाज लोगो को खूब भाता था।
हजारी लाल रघुवंशी भले ही बुजुर्ग हो गए थे। लेकिन उनकी आवाज में वही भारीपन और दबंगता थी। हजारी लाल अपनी मूंछों पर ताव देकर हमको अतीत के झरोखे में ले जाते थे। वे कहते थे कि स्थानीय स्तर पर लोग उनको हजारी दद्दा कहते हैं। उनकी मूंछें ही उनकी पहचान बन गई थीं। लोग उन्हें मूंछों वाले दादा कहकर पुकारने लगे थे।
1977 में पहली बार इमरजेंसी में बने विधायक
दादा 1977 में इमरजेंसी के बाद वे पहली बार विधायक बनाए गए थे और अर्जुन सिंह सरकार में मंत्री भी बनाए गए। उस समय लोगों ने एक नारा भी बनाया था, दादा की बात पर-मुहर लगेगी हाथ पर। रघुवंशी एक अच्छे वक्ताओं में से एक माने जाते थे। इसलिए बड़ी संख्या में लोग उनको सुनने आते थे। उस वक्त वे एक टोपी पहनते थे, जिसको थ्री नॉट थ्री कहा जाता था।