लखनऊ, तबलीगी जमात के मरकज से लौटे इलाहाबाद के एक प्रोफेसर को उनके परिवार के साथ क्वारनटीन किया गया है। साथ ही उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। दरअसल, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के राजनीति शास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. शाहिद 4 से 10 मार्च तक जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके बाद 11 मार्च से प्रोफेसर डॉ. शाहिद बिना किसी को सूचना दिए घर पर रहने लगे। मरकज से लौटने के बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी की दो परीक्षाओं को भी संपन्न कराया। हाल में जब पुलिस को उनके मरकज से लौटने की खबर मिली तो सबसे पहले उन्हें पत्नी और बेटे के साथ करेली के महबूबा पैलेस में क्वारनटीन कराया गया। इसके साथ ही पुलिस ने प्रोफेसर शाहिद पर शिवकुटी थाने में मामला दर्द किया है। उन पर जानकारी को छिपाने का आरोप है. अब तक उत्तर प्रदेश में कोरोना के 350 से अधिक से मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 180 से अधिक मामले मरकज से जुड़े हैं। बीते दिनों सरकार की ओर से अभियान भी चलाया गया था और जगह-जगह जमातियों को क्वारनटीन किया गया है।
बीते दिनों दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज का कोरोना कनेक्शन सामने आया था। इसके बाद पूरे देश में जमातियों का सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ था। यूपी सरकार ने भी प्रदेश के हर जिले में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इस दौरान हजार से अधिक जमातियों को क्वारनटीन किया गय था। जमातियों के कोरोना कनेक्शन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी प्रदेशों में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई थी। यूपी सरकार ने सख्त आदेश जारी किया था कि जो लोग भी मरकज से लौटे हैं, वह सूचना दें और क्वारनटीन हों। इसके बावजूद प्रोफेसर शाहिद ने यह जानकारी छिपाई।