कोरोना से घर वालों को बचाने अफसरों ने गेस्ट हाउस और होटल में डाला डेरा

भोपाल, भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े और डीआईजी इरशाद वली के साथ ही प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी लगातार शहर की आम जनता को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। साथ-साथ परिवार के सदस्यों, बच्चों, माता-पिता को संक्रमण से बचाने के लिए घर से दूर हो गए हैं। इसमें किसी ने रेस्ट हाउस तो किसी ने पुलिस आफीसर्स मैस को ही अपना घर बना लिया है।
दरअसल, ये अधिकारी 24 घंटे लगातार काम करने के कारण कई लोगों से संपर्क में आते हैं। इससे यह समस्या बनी रहती है कि कहीं कोई संक्रमण उनके साथ परिवार के लोगों में न पहुंच जाएं। इससे बचाव के लिए रेस्ट हाउस, सर्किट हाउस, ऑफीसर मेस और होटल को ही इन्होंने घर बना लिया है और यही रहकर काम कर रहे हैं। वहीं से तैयार होते हैं और सीधे काम पर निकल जाते हैं। कुछ अफसर अल्प समय के लिए घर जाते हैं। कुछ केवल घर परिवार के सदस्यों से फोन पर बात कर उनकी कुशलता जान रहे हैं।
लगातार संवाद कर बढ़ा रहे हौसला
पुलिस के जवान, प्रशासन व नगर निगम के कर्मचारी, सफाई योद्धा सभी लोग अपने अपने स्तर पर लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं और मोर्चा संभाले हुए हैं। नगर निगम आयुक्त विजय दत्ता भी हर व्यवस्था की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे है। कलेक्टर व डीआईजी मैदानी अमले से लगातार संवाद कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। इसके साथ ही अपर कलेक्टर, एसडीएम, एसपी,
एडिशनल एसपी भी यही दिनचर्या अपनाए हुए हैं। कलेक्टर ने अत्यावश्यक कार्यो में लगे सभी अमले से भी अपील की है कि वे भी अपने काम के साथ ही अपने परिवार की सुरक्षा का भी ध्यान रखे।
उधर,स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी और स्वास्थ्यकर्मियों को आखिरकार हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा। सोमवार तक ज्यादातर कोरोना पॉजीटिव अधिकारी अपने-अपने घरों में होम आईसोलेटेड थे, लेकिन सोशल मीडिया पर सवाल उठने के बाद यह सब शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। इसमें आईएएस स्तर के अधिकारी जहां शाहपुरा स्थित बंसल अस्पताल में भर्ती हुए हैं। वहीं उप संचालक स्तर के अधिकारी चिरायु मेडिकल कॉलेज और तृतीय वर्ग स्तर के कर्मचारियों को एम्स में भर्ती कराया गया है।
कोरोना संक्रमण की चैन तोडऩे के लिए लगातार कार्य करना पड़ रहा है। फील्ड में जा रहे हैं और लॉक डाउन का पालन करा रहे हैं। इस दौरान टोटल डिस्टेंसिग का पालन कर रहे हैं। संक्रमण को देखते हुए घर नहीं जा रहे हैं। पुलिस कंट्रोल रूम के पीछे ही एक कमरे को उन्होंने घर बना लिया है।
इरशाद वली, डीआईजी
सात दिन से फॉरेस्ट रेस्ट हाउस में ही रह रहे हैं और यही से पूरा कार्य कर रहे हैं। संक्रमण को देखते हुए घर से दूरी बनाई हुई है।
धर्मवीर सिंह, एसपी मुख्यालय
लगातार काम करने के कारण कई लोगों से संपर्क में आते हैं। इससे यह समस्या बनी रहती है कि कहीं कोई संक्रमण उनके साथ परिवार के लोगों में न पहुंच जाएं। इसलिए ,खुद को परिवार से दूर कर लिया है। रेस्ट हाउस से ही कार्य कर रहे हैं। फील्ड पर भी जा रहे हैं। लेकिन पूरी सावधानी के साथ।
तरूण पिथोड़े, कलेक्टर

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