जबलपुर, कोरोना वायरस से संक्रमित सभी 13 संदिग्धों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर सभी को आइसोलेशन सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया। यहां भर्ती लगभग सभी लोग सराफा कारोबारी मुकेश अग्रवाल के सम्पर्क में आए और उसके संक्रमित कर्मचारियों के परिजन थे। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च इन ट्राइबल हेल्थ में नमूनों की जांच में संक्रमण नहीं मिलने पर डिस्चार्ज करने का निर्णय किया गया। एहतियातन सभी को सात दिन तक होम क्वारंटाइन के निर्देश दिए गए हैं। विक्टोरिया जिला अस्पताल से भेजे गए एक संदिग्ध का नमूना भी एनआइआरटीएच में जांच में निगेटिव मिला है। मेडिकल अस्पताल में भर्ती संक्रमितों के नमूनों की भी 48 घंटे में दो बार जांच कराने की तैयारी की जा रही है। दोनों जांच रिपोर्ट निगेटिव होने पर मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
पॉजीटिव मरीजों की हालत स्थिर
शहर में कोविड-19 टेस्ट में पॉजीटिव मिले आठों मरीज नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में भर्ती थे जिनमें से तीन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है अधिष्ठाता डॉ. पीके कसार के अनुसार शेष 5: पॉजीटिव मरीज की हालत स्थिर है। पॉजीटिव पाए जाने के 14 दिन बाद दोबारा जांच होगी। दो रिपीट टेस्ट में निगेटिव मिलने पर उन्हें डिस्चार्ज करने पर विचार किया जाएगा।
आइसोलेशन सेंटर खाली
चरगवां रोड स्थित आइसोलेशन सेंटर में गत दिनों 13 संदिग्ध मरीज भर्ती थे। सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। आइसोलेशन अब खाली हो गया है।