नई दिल्ली, कोरोना वायरस के कहर के कारण 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन है। लॉकडाउन के बाद रेलवे कुछ चुनिंदा ट्रेने चलाने जा रहा है। यात्रा करने वालों के लिए रेलवे ने कुछ गाइड लाइन बनाई है, जिनका पालन हर यात्री को करना होगा। यह इसलिए किया जा रहा है कि कोरोना वायरस का विस्तार न हो सके।
जानकारी के अनुसार, यात्रा के पहले यात्री को कई तरह के टेस्ट से गुजरना होगा।
मास्क के साथ होगा ट्रेन का सफर
रेलवे फिलहाल आमदनी के बारे में नहीं बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के बारे में सोच रहा है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि कोरोना और न फैले। लॉकडाउन के बाद सभी यात्रियों से अपील की जाएगी कि वे बिना मास्क सफर न करें, उनके स्वास्थ्य को बड़ा खतरा हो सकता है।
स्वस्थ नहीं तो नहीं कर पाएंगे ट्रेन का सफर
एक अधिकारी ने बताया कि रेलवे का विचार है कि आरोग्य सेतु ऐप का सहारा लेकर यात्रियों के स्वास्थ्य को चेक किया जाए। अगर कोई यात्री स्वस्थ नहीं पाया गया तो उसे ट्रेन में नहीं चढऩे दिया जाएगा।
थर्मल स्कीनिंग के बाद मिलेगी एंट्री
एयरपोर्ट की तरह हर यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग की जा सकती है। इसके अलावा, यात्रियों के स्वास्थअय की जांच करने के लिए कई अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है।
कोरोना हॉटस्पॉट पर नहीं रुकेगी ट्रेन
लॉकडाउन खत्म होने के बाद रेलवे की प्राथमिकता में ऐसे रूट्स के लिए जगह नहीं होगी, जिसमें कोरोना के हटस्पॉट आते हों। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी प्लैनिंग इसी हिसाब से करें। अगर आपकी मंजिल ऐसी है, जिसके रास्ते में हॉटस्पॉट आता हो या मंजिल ही हॉटस्पॉट हो तो आपको रेलवे सॉरी ही कहेगा।
अपने साथ स्टेशन छोडऩे वालों की भीड़ न ले जाएं
लॉकडाउन खुलने का यह मतलब नहीं कि अचानक सब सोशल डिस्टैंसिंग की जरूरत को भूल जाएं। रेलवे की कोशिश रहेगी कि स्टेशनों और प्लैटफॉम्र्स पर कम से कम लोग हों। गैरजरूरी यात्राओं को टालने की रणनीति के साथ काम हो सकता है। ऐसे में अगर आप कहीं जा रहे हैं तो पहले चेक करें कि आपका जाना कितना जरूरी है और साथ ही दोस्तों-रिश्तेदारों को स्टेशन पर सी-ऑफ करने के लिए न बुलाएं।