बड़वानी/खरगोन,देश में चल रहे 21 दिन के टोटल लॉक डाऊन के दौरान जहॉ प्रशासन ने दूसरे राज्यों से लगने वाली सीमाओं पर जॉच चौकी लगाकर आने – जाने वाले वाहनो को शक्ति से रूकवाने का कार्य प्रारंभ किया है। वही महाराष्ट्र की सीमा पर बसे बड़वानी जिले के ग्रामवासी भी अपने स्तर से चौकसी रखकर किसी को भी पखडण्डियों, खेतो, जंगलो से भी नही आने दे रहे है। सोशल गस्ती के इस कार्य में ग्रामवासियों का सहयोग ग्राम में संचालित विभिन्न शासकीय संस्थाओं के पदाधिकारी भी दे रहे है। विकासखण्ड पानसेमल सीईओ सौरभसिंह राठौर से प्राप्त जानकारी अनुसार महाराष्ट्र से लगे मध्यप्रदेश के ग्राम पंचायत मोयदा, वांगरा, नांदियाबड़ एवं महाराष्ट्र सीमा पर स्थित गदडदेव पर वाहनों व लोगों की आवा-जाही रोकने के उद्देश्य से प्रधान मुंटा खेड़कर, बी सी मनरेगा रवीन्द्र पाटीदार व सहायक सचिव दारासिंह के साथ फोर्स अगेंस्ट कोरोना के वॉलेंटियर्स भी सत्त निगरानी कर रहे हैं साथ ही मुस्तैदी से उन्हें सौंपे गए दायित्वो का निर्वहन कर रहे हैं।
इस दौरान इन लोगो ने नांदियाबड़ में 68, वांगरा में 82 व मोयदा में 126 लोगों के बाहर से आने पर जहॉ उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। वही उन्हें 14 दिवस तक अपने घर में ही आइसोलेटेड रहना सुनिश्चित कर रहे है। इधर,खरगोन में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेश आरआरटी दल और सर्वें दल का गठन किया गया है। विशेश आरआरटी दल सैंपल लेने का कार्य कर रही है, तो सर्वें दल सर्वें कर स्क्रीनिंग का कार्य करने में जुटी है। ऊन बीएमओ डॉ. विरेंद्र पंवार ने बताया कि आसनगांव में संक्रमित व्यक्ति की पुश्टि हो जाने के बाद 11 सर्वें दल बनाए गए। इनमें एमपीडब्ल्यू, आशा और एएनएम शामिल है। आसनगांव से लगे 3 अन्य गांवों में पहुंचकर स्क्रीनिंग की गई। यहां 454 घरों में 2395 नागरिकों की स्क्रीनिंग की गई। यह सर्वें कार्य नारायणपुरा, किशनपुरा व रामपुरा में किया गया है। सोमवार को एक बार पुनः दल पहुंचकर फालोअप लेने भी गए है।