नई दिल्ली, दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुई तबलीगी जमात के कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अब रेलवे दिल्ली की पांच ट्रेनों में तबलीगी जमात में भाग लेने वाले लोगों के साथ सफर करने वाले हजारों यात्रियों के बारे में जानकारी जुटा रहा है। ये सभी ट्रेनें 13 से 19 मार्च के बीच दिल्ली से रवाना हुई थीं। इनमें आंध्र प्रदेश को जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस, चेन्नई तक जाने वाली ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस, चेन्नई को ही जाने वाली तमिलनाडु एक्सप्रेस, नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस और एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस शामिल हैं। रेलवे के पास जमातियों के संपर्क में आए लोगों की वास्तविक संख्या नहीं हैं, सूत्रों का कहना है कि प्रत्येक ट्रेन में लगभग 1000-1200 यात्री और रेलवे कर्मचारी होते हैं, जिन सभी को खतरा हो सकता है। राज्य के अधिकारियों ने कहा कि रेलवे जिला अधिकारियों को यात्रियों की सूचियां प्रदान कर रहा है जिनको जमात में शामिल लोगों की सूची से मिलाया जा रहा है ताकि उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा सके।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज को खाली करा लिया गया है और यहां से कुल 2361 लोगों को निकाला गया है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को बताया कि निजामुद्दीन के आलमी मरकज में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है। इस इमारत में कुल 2361 लोग बाहर निकाले गए जिनमें से 617 को अस्पतालों में और बाकी को अलग-अलग क्वारंटीन में भर्ती कराया गया है। सिसोदिया ने लॉकडाउन में सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि करीब 36 घंटे के इस अभियान में मेडिकल स्टाफ, प्रशासन, पुलिस और डीटीसी स्टाफ सबने मिलकर तथा अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया। इन सबको दिल से सलाम। गौरतलब है कि निजामुद्दीन की तबलीगी मरकज में तबलीगी समाज का कार्यक्रम था जिसमें बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। बाद में यहां से लोग देश के विभिन्न राज्यों में गए जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोविड-19 के मामलों की संख्या बुधवार को 1637 पहुंच गई, वहीं इस महामारी से मौत का आंकड़ा 38 हो गया है।