मुम्बई,कोरोना महामारी के कारण अब आईपीएल 2020 के रद्द होने की संभावनाएं नजर आने लगी हैं। आईपीएल पहले 29 मार्च से शुरु होना था पर संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया था। अब जब देश में लॉकडॉउन ही 14 अप्रैल को समाप्त होने वाला है उस हालत में आईपीएल को अप्रैल में आयोजित करना किसी प्रकार भी संभव नजर नहीं आता। वहीं इसके बाद स्थिति को देखते हुए समीक्षा की जाएगी कि विदेशियों को भारत आने की अनुमति दी जाए या नहीं। मगर बात इतनी भर नहीं है। जिन देशों से आईपीएल खेलने के लिए काफी तादाद में खिलाड़ी भारत आते हैं उनमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड शामिल हैं। वहीं इन दोनों देशों में भी कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और इनके यहां भी खेल गतिविधियां पूरी तरह रुकी हैं। ऑस्ट्रेलिया ने भी अपनी सीमाएं सील कर रखी हैं। बीसीसीआई के सामने चुनौतियां सिर्फ विदेशी खिलाड़ियों को लेकर नहीं हैं।मौजूदा हालात कितने दिनों तक रहेंगे और कब तक सब कुछ सामान्य होगा इसका अनुमान किसी को नहीं है। ऐसे में सूत्रों की मानें तो बोर्ड के शीर्ष अधिकारी इस बात को लेकर चर्चा करने लगे हैं कि क्या आईपीएल-13 को रद्द कर दिया जाए।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि इस बार की चुनौतियां बहुत बड़ी और बिल्कुल अलग हैं। चीजें हमारे नियंत्रण में बिल्कुल नहीं हैं। फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि देश और दुनिया में हालात 15 अप्रैल के बाद सामान्य हो जाएंगे। कल्पना करें कि अगले 15-20 दिन में स्थितियां अनुकूल भी होती हैं तो भी यात्रा, होटेल, मैदान, स्टाफ सबकी समस्या होने वाली है। फिर खिलाड़ियों की अपनी भी चिंता होगी। दर्शक मैदान पर पहुंचेंगे या नहीं यह भी नहीं कहा जा सकता है। और अगर इस बार अगर मिनी आईपीएल हो भी जाए तो इस पर आने वाले खर्चों को वहन करने के लिए फ्रेंचाइजियां राजी होंगी या नहीं यह भी नहीं कहा जा सकता। यह भी बड़ा सवाल है कि क्या अलग-अलग राज्य सरकारें इस टूर्नामेंट को अपने यहां कराने की अनुमति देंगी या नहीं।