भोपाल,ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं सुमेर सिंह सोलंकी की मुश्किलें बढ़ सकती है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने दोनों के राज्य सभा के नामांकन पर आपत्ति जताई है। ज्योतिरादित्य पर आरोप है कि उन्होंने फ़ार्म में ईओडब्ल्यू में दर्ज मामले की जानकारी छुपाई है। वही सुमेरसिंह ने सरकारी नौकरी में रहते नामांकन दर्ज किया है जबकि फ़ार्म जमा करने के एक दिन बाद उनका इस्तीफा मंजूर हुआ था। वही रंजना बघेल का नामांकन स्वीकार कर लिया गया है। वहीं इन दोनों ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी के नॉमिनेशन पर आपत्ति जताई गई। जिस पर मंगलवार को सुनवाई होगी। कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया का भी नॉमिनेशन स्वीकार कर लिया गया है। भाजपा के इन दोनों प्रत्याशियों जिनके नामांकन पर अभी मुहर नहीं लगी है उसकी समीक्षा मंगलवार को होनी तय की गई है।
ऐसा माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का राज्यसभा नामांकन निरस्त हो सकता है, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपराधिक प्रकरणों की जानकारी नहीं दी, ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमीन के फर्जीवाड़े के कई एफआईआर दर्ज हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश की राजनीति में तहलका मचाते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नामांकन भरने से दो दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन किया था, वहीं दूसरे प्रत्याशी सुमेर सिंह सोलंकी ने शासकीय प्रोफेसर के पद से इस्तीफा देकर राज्यसभा से नामांकन किया था। इन दोनों ही प्रत्याशियों पर कांग्रेस की आपत्ति के बाद उनके नामांकन को अभी होल्ड पर रखा गया है।