मुंबई,मात्र 15 टेस्ट मैच खेलने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील जोशी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया का नया मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया है। वहीं, चयन समिति में सेेंट्रल जोन से हरविंदर सिंह को भी शामिल किया गया है। बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने बुधवार को इसकी घोषणा की। हालांकि, समिति के इस फैसले पर कई दिग्गजों ने सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले में अनुभव को तरजीह नहीं दी गई। बीसीसीआई ने बैठक के बाद बयान में बताया कि जोशी को टीम इंडिया का नया चीफ सिलेक्टर चुना गया। जोशी चयन समिति में एमसके प्रसाद (साउथ जोन) की जगह लेंगे। वे बांग्लादेश और ओमान टीम के साथ भी काम कर चुके हैं। 3 टेस्ट खेलने वाले हरविंदर भी चयन समिति में शामिल किए गए हैं। हरविंदर को सेंट्रल जोन से चुना गया है। वे समिति में गगन खोडा की जगह लेंगे। प्रसाद और खोडा का कार्यकाल जनवरी में ही समाप्त हुआ है। सीएसी अगले एक साल तक मौजूदा चयन समिति के कामकाज का आकलन करेगी और इसके बाद करार बढ़ाने पर फैसला होगा। सीएसी में पूर्व क्रिकेटर मदनलाल, आरपी सिंह और सुलक्षणा नाइक शामिल हैं।
समिति ने चुने थे 5 उम्मीदवार
क्रिकेट सलाहकार समिति ने पांच उम्मीदवारों जोशी, हरविंदर के अलावा टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद, पूर्व स्पिनर राजेश चौहान और क्रिकेटर से कॅमेंटेटर बने लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन शामिल हैं।
तीन सदस्य अभी बने रहेंगे
चयन समिति के मौजूदा तीन सदस्य जतिन परांजपे (वेस्ट जोन), देवांग गांधी (ईस्ट जोन) और सरनदीप सिंह (नॉर्थ जोन) अगले एक साल तक पद पर बने रहेंगे।
अनुभव की कमी पर उठे सवाल
सीएसी ने पूर्व तेज गेंदबाज अजित आगरकर और नयन मोंगिया जैसे अनुभवी खिलाडिय़ों को साक्षात्कार के लिए भी नहीं बुलाया। हालांकि, बोर्ड सूत्रों ने बताया कि आगरकर पूरी तरह रेस से बाहर नहीं हुए हैं। मौजूदा चयन समिति के तीन सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्हें मौका दिया जा सकता है।