विरोध के नाम पर हिंसा समाज और देश को करती है कमजोर

नई दिल्ली,संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के ने अपने भाषण में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कहा कि विरोध के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा समाज और देश को कमजोर करती है। इस दौरान विपक्ष ने हंगामा किया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) से बापू का सपना पूरा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘विभाजन के बाद बने माहौल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि- ‘पाकिस्तान के हिंदू और सिख, जो वहां नहीं रहना चाहते, वे भारत आ सकते हैं। उन्हें सामान्य जीवन मुहैया कराना भारत सरकार का कर्तव्य है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए, विश्व समुदाय से इसका संज्ञान लेने और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने का भी आग्रह करता हूं।’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘मेरी सरकार यह फिर से स्पष्ट करती है कि भारत में आस्था रखने वाले और भारत की नागरिकता लेने के इच्छुक दुनिया के सभी पंथों के व्यक्तियों के लिए जो प्रक्रियाएं पहले थीं, वे आज भी वैसी ही हैं’ राष्ट्रपति ने कहा, मेरी सरकार का यह साफ मानना है कि आपसी संवाद और बातचीत से लोकतंत्र मजबूत होता है। वहीं विरोध के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा समाज और देश को कमजोर करती है।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘मेरी सरकार, ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र पर चलते हुए, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम कर रही है’
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘संसद के दोनों सदनों द्वारा दो तिहाई बहुमत से संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को हटाया जाना, न सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि इससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के समान विकास का भी मार्ग प्रशस्त हुआ है।’ उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का तेज विकास, वहां की संस्कृति और परंपराओं की रक्षा, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन और लोकतंत्र का सशक्तीकरण, मेरी सरकार की प्राथमिकताओं में हैं’
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह चाहते हैं कि संसद में आर्थिक विषयों पर बहुत अच्छी चर्चा हो। उन्होंने कहा, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सत्र में दशक की मजबूत नींव पड़े।
पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र आर्थिक विषयों पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा हमें यह भी देखना है कि कैसे भारत वैश्विक परिस्थितियों का फायदा उठा सके। उन्होंने कहा की आज सुबह 11 राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण होगा और शनिवार को बजट पेश किया जाएगा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि सरकार संसद के आगामी बजट सत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा करेगी। वह बजट सत्र की पूर्व संध्या पर सर्वदलीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “ज्यादातर संसद सदस्यों ने देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा कराने के लिए कहा है। मैं इसका स्वागत करता हूं और हमें आपके द्वारा सुझाए गए आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने की आवश्यकता है।” प्रधानमंत्री ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे देखें कि देश मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिदृश्य से कैसे लाभान्वित हो सकता है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी समेत सांसदों ने जमकर थपथपाई मेजें
वहीं, बजट सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों को संबोधन के दौरान जब राष्ट्रपति ने नागरिकता संशोधन ऐक्ट (सीएए) का जिक्र किया तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जमकर मेजें थपथपाईं। इस दौरान, करीब एक मिनट तक तालियां बजती रहीं। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अभिभाषण की इन बातों का समर्थन करते हुए करीब एक मिनट तक मेज थपथपाई। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘पूज्य बापू और समय-समय पर अनेक नेताओं और राजनीतिक दलों ने भी इसे बढ़ाया। मुझे खुशी है कि सीएए बनाकर उनकी इच्छी को पूरा किया गया।’

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