फर्रुखाबाद,उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में लगभग दो दर्जन बच्चों को बंधक बनाने वाली सनसनीखेज घटना को यूपी पुलिस ने सफलतापूर्वक सुलझा लिया है। पुलिस ने बंधक बनाने वाले सिरफिरे सुभाष बाथम को एनकाउंटर में मार गिराया है। वहीं आरोपी सुभाष के मारे जाने के बाद उसकी पत्नी रूबी ने भागने की कोशिश की तो ग्रामीणों के उसे पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की। पुलिस ने घायल रूबी को भीड़ के कब्जे से छुड़ाया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई।
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि भीड़ के हाथों पिटाई से बुरी तरह घायल महिला को बचाने का प्रयास किया गया। उसे फौरन इलाज के लिए भेजा गया लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम से साफ होगा कि महिला की मौत कैसे हुई है। वहीं डीजीपी ओपी सिंह ने ऑपरेशन के सफलतापूर्वक खत्म होने की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 बच्चों को बचाने वाली यूपी पुलिस की टीम के लिए 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन को आईजी रेंज कानपुर और डीएम व एसपी के नेतृत्व में पूरा किया गया। मारे गए आरोपी सुभाष बाथम पर वर्ष 2001 में गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या का आरोप था। हत्या के इस मामले में वो फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर आया था।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है। घर के अंदर बच्चों के बंधक बने होने के कारण ऑपरेशन में ज्यादा वक्त लगा। सभी 23 बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपी सुभाष बाथम को मार गिराया है। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। ज्ञात हो कि आरोपी सुभाष बाथम ने गुरुवार की दोपहर मोहल्ले के 23 बच्चों को अपने घर बर्थडे पार्टी का बहाना कर के बुलाया था, उसके बाद उसने उन सभी को बंधक बना लिया। आरोपी से जब बात करने की कोशिश की गई तो उसने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया था।