जयपुर,चीन के वुहान प्रांत से फैले कैरोना वायरस ने अब पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। चीन से सटे पड़ोसी देशों ने कई सख्त कदम उठाए हैं। इस बीच, भारत में भी इस खतरनाक वायरस का एक संदिग्ध मामला सामने आने की खबर है। दरअसल, चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर लौटे एक डॉक्टर को कैरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका में जयपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराए गए इस डॉक्टर को एक अलग वॉर्ड में रखा गया है। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने अस्पताल प्रशासन को डॉक्टर के परिवार के पूरे सदस्यों की जांच करने का आदेश दिया है। बता दें कि अब तक इस खतरनाक वायरस से 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। डॉ शर्मा ने संदिग्ध मरीज के नमूने को तत्काल पुणे स्थित नेशनल वायरोलॉजी लैब भिजवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि जानकारी के मुताबिक, राज्य के 4 जिलों में 18 व्यक्ति चीन की यात्रा से लौटे हैं। संबंधित चारों जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारियों को इन सभी को 28 दिनों तक लगातार निगरानी में रखने के निर्देश दिए गए हैं।
चीन में अब तक 80 की मौत
चीन में कैरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इस वायरस के चपेट में आकर मरने वाले लोगों की संख्या रविवार को 80 तक पहुंच गई और इसके साथ ही 2700 लोगों के इससे पीडि़त होने की खबर है। बताया जा रहा है कि इनमें से 324 लोगों की हालत नाजुक है। चीनी स्वास्थ्य प्रशासन ने यह जानकारी दी है। एक तरफ चिकित्सा विज्ञानी इस वायरस के लिए कोई वैक्सीन डिवेलप करने की कोशिश में जुटे हैं तो दूसरी तरफ चाइना नेशनल हेल्थ कमिशन ने यह कहकर चिंता बढ़ा दी है कि वायरस के फैलाव की क्षमता लगातार मजबूत हो रही है। वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या 3000 पहुंचने की उम्मीद हैं, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए यात्रा प्रतिबंधों में विस्तार किया है। हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान 1.1 करोड़ आबादी वाला शहर है और संक्रमण का मुख्य केंद्र है।