कन्नौज, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा एक अस्पताल में सरकारी डाक्टर को फटकराने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। दरअसल अखिलेश यादव बस हादसे में घायल हुए लोगों का हाल-चाल लेने सोमवार को अस्पताल पहुंचे थे। उन्हें वीडियो में सरकारी डाक्टर से कहते सुना जा रहा है, ‘‘तुम सरकार के आदमी हो, तुम्हें नहीं बोलना चाहिए। तुम सरकार का नहीं पक्ष ले सकते।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘तुम बहुत छोटे अधिकारी हो। बहुत छोटे कर्मचारी हो। आरएसएस के हो सकते हो। बीजेपी के हो सकते हो, दूर हो जाओ यहां से। एकदम दूर हो जाओ। हट जाओ यहां से। बाहर भागो यहां से। इमरजेंसी मेडिकल अफसर डा. डीएस मिश्रा ने बताया कि, ‘‘वह मरीजों का हालचाल ले रहे थे। पूछा चेक मिली कि नहीं। मैंने सफाई देनी चाही कि साहब चेक मिला है। ये भाग जाते हैं घर। इस पर भडक गये एकदम से। कहा भाग जाइये। डा. मिश्रा ने कहा कि हम एमरजेंसी डयूटी पर हैं और हमसे कहा कि निकल जाइये। उन्होंने कहा कि वह मरीजों का इलाज कर रहे थे। एक मरीज ने कहा कि उसे मुआवजे का चेक नहीं मिला है। मैंने सफाई देने की कोशिश की तो उन्होंने भगा दिया।
वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने इस घटना पर कहा कि बहुत शर्म की बात है कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर रह चुके अखिलेश यादव जैसे व्यक्ति ने एक बुजुर्ग एमरजेंसी मेडिकल अफसर को अकारण बेइज्जत किया। जय प्रताप सिंह ने कहा, कि ये समझ के परे है कि इतने नीचे स्तर पर अखिलेश जाएंगे और इस तरह की भाषा का उपयोग करेंगे। वह डाक्टर वहां डयूटी पर था और घायलों की देखरेख भी कर रहा था। मरीजों को जो पैसा सरकार की तरफ से मिलना था, वह भी दिलवाया जा रहा था। मंत्री ने कहा कि इसके बावजूद भी अखिलेश ने इस तरह की भाषा का प्रयोग करके किसी एक संस्था या किसी एक दल से जोडते हुए, ये बहुत ही शर्म की बात है। इतने निचले स्तर पर गिरकर बात करना राजनीति के खिलाफ ही जाता है और इनके खिलाफ भी जाएगा।