नई दिल्ली, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राहुल गांधी ने कहा है कि वे पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हैं कि मोदी बिना पुलिस के किसी भी विश्विधालय में जाकर दिखाएं, वह बताएं कि देश के लिए वह क्या करने जा रहे हैं। उन्होंने जेएनयू और जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों के विरोध को लेकर कहा कि उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। पीएम मोदी को यह जवाब देना चाहिए कि छात्रों को आखिर रोजगार कैसे मिलेगा और कैसे देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ सकेगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को युवाओं से बात करने का साहस होना चाहिए, उन्हें बताना चाहिए कि कैसे अर्थव्यवस्था संकट में आ गई, छात्रों के सामने खड़े होने की उनकी हिम्मत नहीं है। हालांकि कई विपक्षी दलों की ओर से इस मीटिंग से दूरी बनाए जाने के सवाल पर राहुल गांधी चुप रहे।
विपक्षी दलों के कई नेताओं के साथ मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘देश के युवाओं की समस्याओं को सुलझाने की बजाय पीएम नरेंद्र मोदी लोगों का ध्यान भटकाने और उन्हें बांटने की कोशिश में जुटे हैं। युवाओं की आवाज सही है, उन्हें दबाया नहीं जाना चाहिए। सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए।’ पीएम मोदी को छात्रों से बात करके बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने और नौकरियां देने के लिए क्या कर रहे हैं।
वामपंथी दल सीपीआई के नेता डी. राजा ने बताया कि विपक्षी दलों ने 23,26 और 30 जनवरी को नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ आंदोलन का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन ‘देश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, संविधान बचाओ’ के नारे के साथ किया जाएगा।