महाराष्ट्र में ’ऑपरेशन लोटस’ की योजना नहीं, मजबूत विपक्ष का रोल निभाएंगे

पुणे, महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार को गिराने की कोशिश नहीं कर रही है. पाटिल ने पुणे में संवाददाताओं से कहा, ‘महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार को गिराने की कोई योजना नहीं है. हम यहां ‘ऑपरेशन लोटस’ की कोई योजना नहीं बना रहे हैं. हम मजबूत विपक्ष के रूप में काम करना जारी रखेंगे.’ इससे पहले नागपुर में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, ‘इस सरकार को कपटी लोगों ने बनाया है. यह छह महीने भी नहीं चलेगी.’ वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी नागपुर में कहा था कि शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के बीच गठबंधन अस्वाभाविक है तथा महाराष्ट्र विकास आघाडी की सरकार खुद ब खुद ही गिर जाएगी. गौरतलब हो कि 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव भाजपा और शिवसेना ने मिलकर लड़ा था और संयुक्त रूप से बहुमत हासिल किया था लेकिन इसके बाद शिवसेना मुख्यमंत्री पद की मांग पर अड़ गई. इससे दो दशकों से अधिक पुराना भाजपा-शिवसेना गठबंधन टूट गया. उसके बाद से ही दोनों दल एक दूसरे पर चुभने वाले शब्द-बाण और व्यंग्य-बाण चला रहे हैं. शिवसेना ने तो अपने मुखपत्र सामना में लेख लिखकर 2016 में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर ही सवाल उठा दिया और कहा कि इस सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाया जा सका. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कुछ दिन पहले तो यहां तक कह दिया था कि, ‘भाजपा महाराष्ट्र में हार को पचा नहीं पा रही है. वे अब तक दुख में हैं और हमें उन्हें और दुख देना चाहिए. उनका इशारा भाजपा से संबंध तोड़कर राज्य में कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाने की तरफ था. राउत ने कहा था कि महाराष्ट्र ने देश को रास्ता दिखाया है. देश हमारा धर्म है. हम सबको एकजुट होना चाहिए और इसी से भाजपा डरी हुई है.

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