छिंदवाड़ा,आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान से अगर कोई हिन्दू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी भारत में आकर रहना चाहता है तो उसे सम्मानपूर्वक भारत की नागरिकता देते हुए जीवनयापन करने की व्यवस्था करना भारत सरकार का दायित्व है। नागरिकता संशोधन अधिनियम महात्मा गांधी की उसी मंशा को पूर्ण करते हुये पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के प्रताड़ित अल्पसंख्यक जो भारत में वर्ष 2014 तक आकर बसे है पर उन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिली उन्हें भारत की नागरिकता देने के लिये देश की संसद ने बहुमत के साथ पारित कर कानून बनाकर लागू किया है। यह कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिये नहीं बल्कि नागरिकता देने के लिये बनाया गया है। हिन्दूस्तान में रहने वाले किसी भी समुदाय, धर्म, जाति, पंथ के लोगों की नागरिकता पर इसका कोई असर नहीं होगा। यह बात पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने स्थानीय मानसरोवर कॉम्पलेक्स मेजर अमित ठेंगे चौक पर सीएए के समर्थन में जनजागरण हेतु विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री बताएं रतुल पुरी कौन है ?
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस मात्र वोट बैंक की राजनीति करते हुए एक समुदाय विशेष को भड़काकर देश में अराजकता का माहौल पैदा कर रही है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है। विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ सरकार प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं को माफिया बताकर प्रताड़ित कर रही है। कांग्रेस बदले की भावना से काम कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछा कि अगस्ता हेलीकॉप्टर सौदे एवं अन्य रक्षा सौदों में दलाली खाने के आरोप में जेल में बंद रतुल पुरी कौन है ? क्या देश के सौदे में दलाली खाने वाला देशद्रोही नहीं है ? देश को बेचने वाला माफिया नहीं है ? कमलनाथ जी बताये कि रतुल पुरी से उनके क्या संबंध है।
भाजपा सरकारों ने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया
विजयवर्गीय ने कहा कि इसके पहले भी प्रदेश में कांग्रेस भाजपा की सरकारे आई गई है। परन्तु किसी ने बदले की भावना से काम नहीं किया परन्तु अपने सांसद पुत्र को स्थापित करने के लिये कमलनाथ जी बदले की राजनीति कर रहे है। श्री विजयवर्गीय ने प्रशासनिक अधिकारीयों को चेतावनी देते हुये कहा कि वे संविधान कानून के दायरे में काम करते हुये जनहित में कार्य करें। अगर किसी नेता के कहने पर गलत काम करेंगे तो उन पर भी कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। कैलाश विजयवर्गीय ने उपस्थित जनसमुदाय से नागरिकता संशोधन अनिधिनियम के समर्थन में नारे भी लगवाये।