छिंदवाड़ा, राष्ट्रपिता महात्मागांधी के शहर प्रवास के शताब्दी वर्ष पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा संस्कृति की नगरी है। उन्होंनें कहा कि मुझे गर्व है कि यह नगरी मेंरी कर्म भूमि है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि आज उस स्थान पर गांधी की प्रतिमा का अनावरण कर रहे है जहां गाधी जी ने आज ही के दिन सन 1921 में कदम रखा था। इस अवसर पर उन्होंने छिंदवाड़ा पहुंची गांधी विचारक जय जगत यात्रा का स्वागत भी किया। मंच पर सीएम के साथ सांसद नकुलनाथ, जिले के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे एवं गांधी विचारक जय जगत यात्रा के संयोजक पी वी राजगोपाल मौजूद थे।
इधर, ऐतिहासिक यात्रा के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री कमल नाथ की उपस्थिति में 25 हजार स्कूली बच्चों ने उनका प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए’ गाकर एक नया इतिहास रचा। गाँधी प्रवास शताब्दी समारोह में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में गाँधी जी का यह भजन गायन कर बच्चों ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के साउथ एशिया हेड आलोक कुमार ने मुख्यमंत्री को इस रिकॉर्ड का प्रमाण-पत्र प्रदान किया।
कमलनाथ ने कहा कि पूरे विश्व के जो हालात है उसमें गांधी के विचार ही हमें आगे ले जा सकते है। उन्होंने कहा कि गांधी जी केवल भारत वर्ष के ही नहीं थे उनके विचारों को आज विश्व भर में अपनाया जा रहा है ऐसे में गांधी के विचारों से लोगों में नई चेतना जगाने पी वी राज गोपाल के संयोजन में 1700 किलो मीटर की यात्रा पूरी करने के बाद यह अन्य देशों से होते हुए संयुक्त राष्ट, संघ के जिनेवा तक पहुंचेगी।
राजगोपाल की छिंदवाड़ा माडल की तारीफ
गांधी विचारक एवं जय जगत संदेश यात्रा के संयोजक पीवी राजगोपाल ने कहा कि जैसा सुना था छिंदवाड़ा विकास मॉडल को वैसा ही पाया है। वे अपने 50 साथियों के साथ छिंदवाड़ा पहुंचे है। यहां हम किसानों व आदीवासी समाज के लोगों से भी मिले है। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा गांधी माडल बन सकता है यहां गांधी जी के विचारों का अनुशरण करने वाले काफी लोग है। हम छिंदवाड़ा मॉडल से काफी प्रभावित हुए है।
तारीफ में निगम का वेस्ट मैनेजमेंट
गांधी विचारक राजगोपाल ने कहा कि छिंदवाड़ा विकास मॉडल होने के साथ ही वेस्ट मैनेजमेंट में भी कई जिलों से बेहतर है। उन्होंने सीएम की मौजूदगी में निगम कमिश्नर का इच्छित गढ़पाले की तारीफ की। उनका कहना था विदेशों में इस तरह का मैनेजमेंट देखने मिलता है। उन्होंने कहा कि सीएम की नगरी ने उन्हें और उनके साथियों को काफी प्रभावित किया है।
बांटने नहीं, जोड़ने की संस्कृति अपनायें बच्चे
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बच्चों से कहा कि भारत की विभिन्नता में एकता की ताकत के साथ अगर हमारे सामाजिक और पारिवारिक मूल्य सुरक्षित नहीं होंगे, तो भारत का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। मुख्यमंत्री ने बच्चों को सावधानकरते हुए कहा कि वे बाँटने की नहीं जोड़ने की संस्कृति को अपनाएं। सच्चाई का साथ दें और उसे पहचानें। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें गाँधी जी के विचारों को अपनाना होगा। गाँधी जी के सिद्धांतों पर चलकर अपने देश की एकता और अखण्डता को मजबूत बनाना होगा।
विश्व स्वीकारता है भारत की महानता
गाँधी जी की छिंदवाड़ा यात्रा के 99 वर्ष पूरे होने पर आयोजित शताब्दी प्रवास समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को आजादी के साथ एक ऐसा देश विरासत में मिला है, जिसकी विविध संस्कृति, धर्म, भाषा और पहनावा, रहन-सहन अलग होने के बावजूद भी एक गुलदस्ते के रूप में पूरी दुनिया को खुशबु देता है। उन्होंने कहा कि हमारी इस विशेषता को पूरा विश्व आश्चर्य से देखता है। भारत की महानता को विश्व इसलिए स्वीकार करता है क्योंकि इतनी विभिन्नताओं के बाद भी हम सभी लोग एक झण्डे के नीचे एकजुटता के साथ खड़े है।
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बच्चों से कहा कि उनकी शिक्षा सिर्फ स्कूल और कॉलेज तक ही सीमित है लेकिन ज्ञान उन्हें जीवन भर प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही ज्ञान उन्हें सशक्त और समर्थ बनाएगा और उनका तथा देश का भविष्य सुरक्षित रखेगा।
देश में रेखांकित होगी छिंदवाड़ा की प्रगति
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छिंदवाड़ा की न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश में अलग पहचान है। आज छिंदवाड़ा में जो विकास दिख रहा है, अगर हम अतीत में जाएंगे, तो इसके बिलकुल विपरीत दृश्य हमें दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि पाताल कोट एक ऐसा पिछड़ा क्षेत्र था, जहाँ के लोग नमक लेने बाहर जाते थे, जिसमें उन्हें तीन घण्टे का समय लगता था। अब वहाँ का जन-जीवन, रहन-सहन सब कुछ बदल गया है। श्री कमल नाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा का विकास और उन्नति के लिए एक जन-प्रतिनिधि होने के नाते मैंने अपनी पूरी जवानी समर्पित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब यहाँ मेडिकल, कृषि और उद्यानिकी कॉलेज बन जाएगा, तब छिंदवाड़ा की प्रगति पूरे देश में रेखांकित होगी।
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार हमारे अंदर राष्ट्र भक्ति का भाव जाग्रत करते हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि युवाओं को महात्मा गाँधी के विचारों से अवगत कराने के लिए सभी स्कूलों में गाँधी दर्शन की पुस्तकें उपलब्ध करायी
गयी हैं।