भोपाल, देश भर में चर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच कर ही एसआईटी को इस घोटाले की जांच को आगे बढाने के लिए पुराने अधिकारी-कर्मचारियों की तलाश है। व्यापमं घोटाले में 197 पुरानी शिकायतों की जांच करते हुए एसटीएफ को पीएमटी की चार परीक्षाओं के छह अभ्यर्थियों की परीक्षा व प्रवेश में गड़बड़ी मिली है। इसके बाद एसटीएफ ने व्यापमं, गांधी मेडिकल कॉलेज और चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को नोटिस देकर पीएमटी 2004, 2005, 2007 तथा 2009 से जुड़े अधिकारियों- कर्मचारियों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। वहीं, दूसरी तरफ छह एफआईआर में आरोपित अभ्यर्थियों के भी बयान लेने के लिए एसटीएफ द्वारा तैयारी की जा रही है और इन अभ्यर्थियों के बारे में एसटीएफ द्वारा पुख्ता जानकारी एकत्रित की जा रही है।
पीएमटी 2004 से सीमा पटेल, 2005 पीएमटी से विकास अग्रवाल, पीएमटी 2007 से दिवाशीष विश्वास और पीएमटी 2009 से सीताराम शर्मा, पल्लव अमृतफाले व हितेश अलावा ने मेडिकल कॉलेज में प्रवेश कर डिग्री ली थी।इन्होंने परीक्षा में गलत प्रमाण पत्र लगाकर प्रवेश पाया तो कुछ ने मुन्ना भाइयों का सहारा लेकर परीक्षा पास की थी। एसटीएफ ने इनके खिलाफ सालों पहले की गईं शिकायतों पर अब जांच के बाद एफआईआर दर्ज की है। एसटीएफ ने फर्जीवाड़े से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने व परीक्षा देने वालों के रैकेट का खुलासा करने व्यापमं, भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज तथा चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को नोटिस भेजे हैं। सूत्र बताते हैं कि एसटीएफ ने उपरोक्त परीक्षाओं से जुड़े व्यापमं के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची मांगी है जो परीक्षा की बैठक व्यवस्था से लेकर उत्तरपुस्तिकाओं के अंकों की गणना की प्रक्रिया में शामिल रहे हैं। इसी तरह गांधी मेडिकल कॉलेज से संबंधित परीक्षाओं में दस्तावेजों के परीक्षण में लगाए गए कर्मचारियों की सूची मांगी गई है।