भोपाल, पचमढ़ी महोत्सव (25 दिसंबर से 30दिसंबर) में कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग ने सक्रिय भूमिका निभाई । पचमढ़ी में महोत्सव के मुख्य आयोजन स्थल पर लगाए गए विभाग के स्टॉल ने पर्यटकों को खूब आकर्षित किया। पचमढ़ी स्थित फुटबॉल ग्राउंड में आयोजित मेले में लगभग 97 स्टॉल लगाए गए , जिनमें होशंगाबाद के 22 स्टाल थे जो ,मध्य प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम, मध्य प्रदेश हथकरघा संचालनालय , मृगनयनी एंपोरियम,भाऊ साहब भुस्कुटे समिति,रेशम संचालनालय , मप्र माटी कला बोर्ड और स्वयं सहायता समूह जिला पंचायत,जनपद पंचायत, होशंगाबाद ने लगाए थे ।कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के स्टाल्स में प्रमुख रूप से चंदेरी साड़ियां, खादी वस्त्र,रेशम वस्त्र,माटी से निर्मित सामग्री,बास निर्मित सामग्री, स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित आचार,अगरबत्ती,बड़ी, बेल मेटल, जूट, वुडन आर्ट आदि सामग्रियां ने पर्यटकों को आकर्षित किया । पचमढ़ी महोत्सव में अन्य जिलों के 71 स्टॉल लगाए गए । इन जिलों में प्रमुख रूप से हरदा,बैतूल,भोपाल,रायसेन, इंदौर,खरगोन, सागर,सीहोर,उज्जैन, मंदसौर,बालाघाट, छतरपुर,अशोकनगर,नरसिंहपुर, राजगढ़,देवास थे। प्रमुख स्टॉलो में पड़ना बुनकर राजगढ़ की चादरें ,अशोकनगर की चंदेरी साड़ियां,भैरवगढ़ उज्जैन प्रिंट की सूट,गाउन,मंदसौर जिले की मीनाकारी जेवलरी,बैतूल जिले के बेल मेटल, देवास जिले के लेदर आइटम के स्टाल लगाए गए। उल्लेखनीय है कि मेला स्थल पर फूड जोन के 7 स्टॉल लगाए गए. इनमें पातालकोट की रसोई ने पर्यटकों को अपनी और आकर्षित किया । पातालकोट की रसोई में प्रमुख रूप से मक्के की रोटी, कुटरी भात,बल्लर साग,टमाटर की चटनी, बरबटी दाल प्रमुख है. पचमढ़ी उत्सव में आए पर्यटकों ने इन लोक व्यंजनों का आनंद उठाया । आज 30 दिसम्बर को ख्याति प्राप्त गजल गायिका पीनॉज मसानी द्वारा प्रस्तुती दी जायेगी। इसके पश्चात संगीत नाटक अकादमी के दल के पवित्र कुमार महापात्रा द्वारा लोक नृत्य की प्रस्तुती दी जायेगी।
पचमढ़ी महोत्सव में पर्यटकों ने पातालकोट की रसोई के व्यंजन चखे
