नई दिल्ली,टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे हो गये हैं। विश्व क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी अकेले ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों बड़ी ट्रॉफियां जीती हैं। इसके साथ ही धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम टेस्ट में नंबर एक बनी थी।
धोनी ने 1998 में जूनियर क्रिकेट की शुरुआत की थी और 23 दिसंबर 2004 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। धोनी बांग्लादेश के खिलाफ अपनी पहली सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए पर अगली सीरीज में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पांचवें एकदिवसीय मैच में 148 रनों की आक्रामक पारी खेलकर सबका ध्यान खींचा।
धोनी बेहद तेजी से आगे बढ़े और चार साल बाद ही साल 2008 में कप्तान बन गये। धोनी ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए भारतीय टीम को आगे बढ़ाया। दिसंबर 2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास ले लिया। धोनी ने साल 2017 की शुरुआत में ही एकदिवसीय और टी20 कप्तानी भी छोड़ दी।
वहीं 2019 विश्वकप के दौरान अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण वह आलोचकों के निशाने पर रहे। टीम इंडिया के वर्ल्ड कप से बाहर हो जाने के बाद धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक ले लिया। वह विश्व कप के बाद से किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज का हिस्सा नहीं रहे। इसके बाद से ही धोनी के संन्यास की अटकलें शुरु हो गयीं। वहीं क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि धोनी बेहद जानकार खिलाड़ी हैं और कब खेल को अलविदा कहना है यह स्वयं जानते हैं।
सीए की दशक की सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय टीम के कप्तान बने धोनी
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने इस दशक की अपनी सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय क्रिकेट टीम की कप्तानी के साथ ही विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी धोनी को सौंपी गयी है।
सीए ने दशक की सर्वश्रेष्ठ टीम 2010 से 2019 तक के बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर तय की है। सीए ने इस टीम में रोहित शर्मा को सलामी बल्लेबाज जबकि विराट कोहली को उनके पसंदीदा नंबर तीन स्थान पर ही रखा है। धोनी इसमें कप्तान के साथ ही विकेटकीपर की भी जिम्मेदारी निभाएंगे। धोनी को यह जिम्मेदारी उनके अब तक के बेहतरीन रिकार्ड को देखकर दी गयी है। धोनी की ही कप्तानी में भारत ने आईसीसी की तीनों ट्राफियां जीती हैं।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे हुए
