भोपाल,व्यापमं महाघोटाले की जांच कर रही एसटीएफ ने कांग्रेस प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री के बयान दर्ज किए है, जिसके आधार पर आगे की जांच की जायेगी। जानकारी के अनुसार अमिताभ ने व्यापमं घोटाले को लेकर एसटीएफ को शिकायत की थी। बीते दिन एसटीएफ को दिए बयान में अग्निहोत्री ने बताया कि व्यापमं घोटाले की जांच के लिए राज्यपाल के आदेश को तत्कालीन शासन ने दबाया था। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव से पूछताछ करने तथा भर्ती घोटाले की जांच को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा लिखे गए पत्र को सार्वजनिक करने की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता अग्निहोत्री ने बताया कि व्यापमं भर्ती घोटाले की जांच के लिए तत्कालीन राज्यपाल ने वर्ष 2012 में प्रमुख सचिव और डीजीपी को पत्र लिखे थे, लेकिन इन पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एसटीएफ को दिए बयान में अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि व्यापमं भर्ती घोटाले की जांच के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कोई पत्र लिखा ही नहीं और अगर पत्र लिखा था तो उसे जनता के समक्ष लाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि भर्ती घोटाले की मंशा से ही व्यापमं नियम 2007, 2013 और 2015 अपूर्ण बनाए गए। कनिष्ठ लोक सेवा आयोग अथवा भर्ती बोर्ड के गठन के बिना ही भर्ती परीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 से 2013 की भर्ती परीक्षाओं को अवैध माना जाना चाहिए, क्योंकि इसमें भर्ती नियम की धारा 309 के उल्लेख के बिना ही परीक्षाएं आयोजित की गई। इन वर्षों में करीब तीन लाख भर्तियां की गई थी। कांग्रेस प्रवक्ता ने लिखित बयान में बताया कि परिवहन आरक्षक परीक्षा, वन आरक्षक परीक्षा, पुलिस आरक्षक परीक्षा, द्विर्षीय पशुपालन पत्रोपाधि परीक्षा में पारदर्शी नियमों की उपेक्षा की गई। उन्होंने 73 छात्रों को गलत ढंग से उत्तीर्ण करने के प्रमाण भी एसटीएफ को उपलब्ध कराए। उन्होंने आगे कहा कि परीक्षाओं की धांधली में द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है, लेकिन आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
व्यापमं घोटाले में एसटीएफ ने कांग्रेस प्रवक्ता के दर्ज किये बयान, 73 छात्रों को गलत ढंग से उत्तीर्ण कराने के लगाये आरोप
