अहमदाबाद, दो साधिकाओं के अचानक गायब होने के बाद विवादों में आए नित्यानंद स्वामी के आश्रम पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए आश्रम को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है। अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण ने आश्रम ध्वस्त कर दिया है। यह आश्रम दिल्ली पब्लिक स्कूल परिसर में अवैध रूप से बनाया गया था। उधर, दोनों लापता साधिकाओं के वेस्टइंडीज के बारबडोस में होने का पता चला है।
नित्यानंद स्वामी के पूर्व साधक ने बेंगलुरु आश्रम से अपनी दो पुत्रियों को उनकी मंजूरी के बिना अहमदाबाद आश्रम में लाने पर विरोध जताया था। इस मामले में पुलिस शिकायत के बाद जांच हुई तो पता चला कि आश्रम डीपीएस स्कूल परिसर में गैरकानूनी तरीके से बनाया गया है। इस मामले में डीपीएस संचालकों व आश्रम संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इसी बीच, अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण ने नित्यानंद के आश्रम पर हथौड़ा चला दिया। आश्रम को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया है। लापता बहनों ने हाईकोर्ट को भेजे अपने शपथपत्र में भारत में खुद की जान को खतरा बताते हुए यहां आने पर पुख्ता सुरक्षा की मांग की है।
अहमदाबाद आश्रम की दो संचालिका प्राणप्रिया व तत्वप्रिया अभी गुजरात में न्यायिक हिरासत में हैं। दोनों पर मासूम बच्चों के साथ मारपीट करने, बालश्रम व अपहरण जैसे आरोप हैं। वहीं, दुष्कर्म के आरोपित भगोड़े स्वयंभू बाबा नित्यानंद की तलाश पुलिस कर रही है। रेड कार्नर अलर्ट नोटिस जारी हो चुका है। नित्यानंद ने खुद का कैलासा नाम का एक देश बनाया है, उसी के समर्थकों ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में एक धर्मशाला पर कब्जा जमा लिया है। मणिकर्णिका घाट स्थित भिखारीवाला धर्मशाला जिसे मणिकर्णिका सेवाश्रम काशी के नाम से जाना जाता है, पर बीते दो माह से नित्यानंद के समर्थकों ने कब्जा जमा रखा है।
हैरत यह कि 12 वर्ष पहले ही धर्मशाला को जिला मजिस्ट्रेट ने राज्य सरकार की संपत्ति घोषित कर दिया था। करोड़ों रुपये मूल्य के चार मंजिला भवन पर ताला चढ़ाकर चाबी चौक पुलिस को थमाई गई थी। बावजूद इसके आज भूतल पर तबेला और अन्य हिस्से पर नित्यानंद के लोगों का कब्जा है। खुद को नित्यानंद के आश्रम का कर्मचारी बताने वाले साधु वेशधारी समर्थक शवदाह में शामिल होने आए लोगों को भवन में आने-जाने नहीं देता। विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो जाता है।
नित्यानंद के आश्रम पर चला हथौड़ा, पूरी तरह किया ध्वस्त
