नई दिल्ली, इस साल 2019 के जाते-जाते बड़ी खगोगीय घटना यानि दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण गुरुवार की सुबह 08.17 से दिखना शुरू हुआ। 296 साल बाद यह सूर्यग्रहण लगा । इससे पहले 1723 में 07 फरवरी को ऐसा सूर्य ग्रहण देखने को मिला था। सूर्य ग्रहण के चलते सभी मंदिरों के कपाट बंद रहे और सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद पूजा अर्चना शुरू की गई। यह सूर्य ग्रहण का आरंभ गुजरात के द्वारिका से हुआ और देश के बड़े हिस्सों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडू में देखा गया।
दिल्ली से सटे नोएडा में भी लोगों को सूर्यग्रहण की झलक देखने को मिली। नोएडा में सूर्य ग्रहण के दौरान सुबह 9:35 से 9:40 तक इसका प्रभाव दिखा। सूर्य ग्रहण का नजारा भारत ही नहीं विदेशों में भी देखने को मिला है। दुबई से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें सूर्य ग्रहण का ‘रिंग ऑफ फायर’ के रूप में नजर आ रहा है। पहले ही बता दिया गया था कि सूर्य ग्रहण रिंग के रूप में नजर आएगा।
भारत में सूर्यग्रहण सबसे पहले गुजरात में नजर आया। 25 दिसंबर को रात 08 बजे से ही सूतक लग गया था। बताया जा रहा है कि इस बार के सूर्यग्रहण का नजारा काफी खूबसूरत रहा। हालांकि यह उतना ही खतरनाक भी होगा। यह सूर्य ग्रहण खंडग्रास वलयाकार था और इस ग्रहण की खास बात यह रही कि आज सूर्य ‘रिंग ऑफ फायर’ की तरह नजर आया।