सीएए के विरोध में यूपी के डेढ़ दर्जन शहरों में प्रदर्शन से अब तक 9 लोगों की गई जान

लखनऊ,संशोधित नागरिकता कानून के विरुद्ध देश में हो रहे प्रदर्शनों ने अब हिंसक रूप ले लिया है। उत्तर प्रदेश के लगभग डेढ़ दर्जन शहरों में प्रदर्शन के दौरान भारी हिंसा हुई है। यूपी में इस हिंसा में अब तक 9 लोग अपने प्राण गंवा चुके हैं। बिगड़ते हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शांति की अपील की है, वहीं राजनीतिक दलों पर इस आग को भड़काने का आरोप भी लगाया है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं। जुमे की नमाज़ के बाद बुलंदशहर से लेकर मेरठ, हापुड़, बिजनौर, मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर तक लोग सड़कों पर उतर आए।
उत्तर प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर प्रदर्शन शांति पूर्ण नहीं रहा। हर जगह पत्थरबाजी, आगजनी की घचटनाएं सामने आई हैं। यूपी में अब तक हिंसक प्रदर्शन के दौरान 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिसमें फिरोजाबाद, बिजनौर और कानपुर में दो-दो मौत जबकि मेरठ और संभल में एक-एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई है। वहीं कानपुर में 13 प्रदर्शकारी और 18 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। फिरोजाबाद में 20 प्रदर्शनकारी और तकरीबन 70 पुलिस वाले घायल बताए जा रहे हैं। मेरठ में 12 प्रदर्शनकारी और 6 पुलिसवाले घायल हुए हैं तो वहीं बिजनौर में तीन प्रदर्शनकारी और 8 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
हिंसक घटनाओं से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शहर गोरखपुर भी नहीं बच सका। नागरिकता कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोगों ने पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की। हिंसा पर उतारू भीड़ से निपटना पुलिस के लिए भारी पड़ गया। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में नागरिकता कानून के विरोध की तपिश महसूस की गई। लोग सड़कों पर उतरे और विरोध के दौरान हिंसा हुई। पुलिस और प्रदर्शनकारियों का जगह-जगह पर आमना-सामना हुआ।
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन के बाद राज्य में हाई अलर्ट है। आज प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं। साथ ही सीएम योगी ने प्रदर्शनकारी जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *