मुंबई, महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार न बनने का असर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन पर पड़ने वाला है। उद्धव सरकार के मंत्री ने इस प्रोजेक्ट को सफेद हाथी कहा है। कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि मुख्यमंत्री हर परियोजनाओं की समीक्षा करते हैं। यह कोई नई बात नहीं है। बुलेट ट्रेन परियोजना की भी समीक्षा की जाएगी। यह एक सफेद हाथी है। हम कोई परियोजना रोक नहीं रहे हैं। भुजबल ने कहा, हम किसानों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वे वास्तव में किसानों की मदद करना चाहते हैं। लगभग 1.10 लाख करोड़ रुपये की आगामी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) 0.1 प्रतिशत की ब्याज दर पर 50 साल के लिए 81 प्रतिशत ऋण दे रही है। नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन (एनएचएसआरसी) इस परियोजना को शुरू करने वाली एजेंसी है, जिसमें महाराष्ट्र और गुजरात 5,000 करोड़ रुपये इक्विटी में और केंद्र सरकार 10,000 करोड़ रुपये देगी। फिलहाल, प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है और राज्य के पालघर के कुछ हिस्सों में इसका विरोध हो रहा है। यह परियोजना 2023 तक पूरी होनी है। मुख्यमंत्री ठाकरे ने यह भी कहा है कि राज्य पर पांच लाख करोड़ रुपये का कर्ज होने की जानकारी होने के बाद राज्य की आर्थिक स्थिति पर सरकार जल्द ही श्वेत पत्र जारी करेगी। ठाकरे ने कहा, हमने सभी वर्तमान विकास कार्यों, कीमतों, अवरोधों और अंतिम तिथि संबंधी सभी जानकारियां मांगी है। यह मिलने के बाद हम निर्णय लेंगे कि किस प्रोजेक्ट को वरीयता देनी है और क्या जिन प्रोजेक्ट को अभी वरीयता पर पूरा किया जा रहा है, वे वास्तव में जरूरी हैं।