लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से श्रद्धालुओं का पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब जाना मुमकिन हुआ है और वह दिन दूर नहीं जब हम ननकाना साहिब जाने में भी सफल होंगे। मुख्यमंत्री ने बाबर का जिक्र करते हुए कहा कि बाबर के अत्याचारों से थर्रा रही इस धरती पर उसे जाबर (अत्याचारी) कहने का साहस सिर्फ गुरुनानक देव ने ही किया था। उस समय धर्म, सत्य और बहनकृबेटियों की इज्जत को लेकर जब एक बड़ा तबका भयभीत था तब गुरुनानक ने अपने ज्ञान के प्रकाश से समाज को एक नई दिशा दी थी।
मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरुनानक ने जिस पवित्र स्थल करतारपुर साहिब में अपना आखिरी वक्त गुजारा था, उस स्थान पर अब सभी श्रद्धालु जा पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई देते हैं। वह दिन दूर नहीं है जब हम गुरु नानक की जन्मस्थली ननकाना साहिब जाने में भी सफल होंगे। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में सिख गुरुओं के त्याग और बलिदान की पावन परम्परा को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाता है। उनके त्याग और बलिदान के कारण ही देश और धर्म आज जिंदा है। उन्होंने कहा कि आज से 550 वर्ष पहले धर्म के प्रकाश के लिये जिस पुंज का जन्म हुआ उसका प्रकाश अभी फैला है। उन्होंने कहा कि सिख पंथ की नींव रख कर नानक जी ने त्याग और बलिदान का संदेश दिया। कार्तिक पूर्णिमा के साथ उन्हें याद किया जा रहा है। तीन संदेश, तीरथ, नाम और बांट कर खाने का संदेश दिया। गुरु नानक देव ने साधन विहीन होने के बावजूद उस समय ज्ञान का प्रसार किया। ज्योति पुंज से शक्ति पुंज का संदेश दिया। सिख समाज काम में विश्वास रखता है। सिमरन भी करता है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे के पास कोई भूखा नहीं रहता। गुरुद्वारा भले ही सिखों का हो, लेकिन लंगर में सद्भव नजर आता है। नगर कीर्तन के स्वागत करने का मौका भी मुझे मिला। हर भरतीय के लिये गर्व की बात है कि पूरी दुनिया गुरु का प्रकाश पर्व मना रहा है। गुरुनानक देव के सभी स्थानों को चिन्हीकरण कर सौन्दर्यी करण पर्यटन विभाग करेगा। कार्य योजना तैयार है।