जयपुर,भारतीय सेना के दो जवानों के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हनीट्रैप में फंसने का मामला सामने आया है। आरोपी जवान राजस्थान के पोखरण में तैनात थे। मंगलवार को छुट्टी पर पोखरण से गांव जाते समय खुफिया एजेंसियों ने उन्हें जोधपुर रेलवे स्टेशन से हिरासत में ले लिया। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी महिला के झांसे में आकर सामरिक जानकारियां भेजने के आरोपी इन दोनों जवानों को एजेंसियां जोधपुर से जयपुर लेकर पहुंची हैं। इसे यहां पूछताछ की जा रही है। राजस्थान इंटेलिजेंस के अतिरिक्त महानिदेशक उमेश मिश्रा के अनुसार प्रारंभिक तौर पर दोनों जवानों का हनीट्रैप शिकार होना पाया गया है। इसकी पुख्ता सूचना और पड़ताल के बाद दोनों को हिरासत में लिया गया है।
जानकारी के अनुसार पिछले डेढ़ साल से हनीट्रैप में फंसे दोनों जवान सामरिक जानकारियां भेज रहे थे। शुरुआती जांच में फेसबुक और वाट्सएप के जरिए महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान भेजना सामने आया है। एक जवान मध्य प्रदेश और दूसरा ओडिशा का रहने वाला है। दोनों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने एक महिला के जरिए हनीट्रैप में फंसाया। महिला का नाम और बोलने का लहजा पंजाबी था। इसका ही फायदा उठाकर उसने इंटरनेट कॉल के जरिए दोनों जवानों को अपने जाल में फंसाया। हनीट्रैप में महिला ने अपने नाम और बोलने के लहजे के साथ ही वाइस ओवर इंटरनेट प्रोकोकाल का इस्तेमाल करते हुए जवानों को फोन किया। इससे पाकिस्तान में रहते हुए महिला ने भारतीय नंबर से जवानों को फोन किया।
आरोपी जवान भारतीय नंबर देखकर झांसे में आ गए और उससे महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर बैठे। जानकारी के अनुसार दोनों जवानों पर पोखरण में तैनाती के दौरान वहां सेना की तैनाती, उपकरण और युद्धाभ्यास आदि जानकारी भेजने के आरोप हैं। इसके एवज में उनके खातों में पांच-पांच हजार रुपए जमा होने की भी बात सामने आई है। इंटेलिजेंस के अनुसार जवानों के खिलाफ पुख्ता जानकारी मिलने के बाद इन दोनों को पकड़ा गया है।