बेंगलुरु,आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस भी कॉग्निजेंट की राह चल पड़ी है। इसके तहत कंपनी बड़े पैमाने पर छंटनी कर रही है। छंटनी ठीक उसी तरह से हो रही है,जैसे कॉग्निजेंट कर रही है। कंपनी ये छंटनियां खासतौर से सीनियर और मिड लेवल पर कर रही है। कंपनी अपने वर्कफोर्स के 10 प्रतिशत हिस्से को बाहर का रास्ता दिखाएगी। इस छंटनी के तहत जॉब लेवल 6(जेएल 6) से करीब 2200 कर्मचारी बाहर किए जाएंगे। जेएल6, जेएल 7 और जेएल 8 बैंड्स में कंपनी के कुल 30,092 कर्मचारी हैं। सूत्रों ने बताया, कंपनी जेएल 3 और उससे नीचे के लेवल पर अपने वर्कफोर्स के 2-5 फीसदी हिस्से की छंटनी करेगी। यानी लेवल पर कुल 4000 से 10000 कर्मचारियों बाहर किए जा सकते हैं। इंफोसिस में 86,558 एम्प्लॉयी हैं और असोसिएट व मिडल बैंड में कुल 1.1 लाख कर्मचारी काम करते हैं।
कंपनी में शीर्ष पदों पर 971 अधिकारी हैं। असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट, एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट जैसे शीर्ष अधिकारियों को भी बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इस लेवल पर करीब 50 कर्मियों की विदाई हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि ये छंटनियां फोकस्ड और टारगेटेड तरीके से हो रही हैं। पहले कंपनी ने पर्फॉर्मैंस के आधार पर छंटनी की, लेकिन इस बार मामला अलग है और ज्यादा लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। अमेरिका की एचएफएस रीसर्च के सीईओ फिल फर्श्ट ने कहा, मौजूदा समय में इंडस्ट्री में कॉम्प्लेक्स स्किल स्टाफ की जरूरत है और ट्रडिशनल सपॉर्ट सर्विसेज के लिए कम स्टाफ की जरूरत है क्योंकि काफी काम ऑटोमेशन से हो रहा है।