कोलकाता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपने फोन ट्रैप होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ‘मैं फोन पर खुलकर बात नहीं कर सकती। मोबाइल और यहां तक की वॉट्सऐप पर भी नहीं। जब मैं किसी को फोन करती हूं तो कोई बातचीत सुन रहा होता है। अब कुछ भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक कि वॉट्सऐप भी नहीं। यह सब केंद्र सरकार और दो राज्य सरकारों के इशारे पर हो रहा है। इसमें से एक बीजेपी शासित है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजारिश करूंगी कि वह इस मामले को गंभीरत से देखें।’
कथित जासूसी के मामले पर ममता ने कहा, ‘यह गलत है। आप किसी की निजता का हनन नहीं कर सकते। प्रेस की आजादी हमें संविधान से मिली है। लेकिन यह किस तरह की आजादी है कि कोई आपकी बातचीत रिकॉर्ड कर रहा है इस वजह से आप खुलकर नहीं बोल सकते।’
भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘मुख्यमंत्री को केंद्र पर उंगली उठाने से पहले अपने राज्य की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। सरकार विपक्षी नेताओं पर झूठे आरोप लगाती है। राज्य में रोज विपक्षी नेताओं की हत्या हो रही है। राज्य में खुद विपक्षी नेताओं के फोन कॉल्स पर नजर रखने का सिस्टम मौजूद है।’